महिलाओं का दुख-दर्द समझने ग्राउंड में उतरी एमआईसी मेंबर रीता सिंह गेरा, सुपेला इलाके में ली बैठक, बच्चों की पढ़ाई का खर्चा और महिलाओं के स्वरोजगार का लिया जिम्मा

भिलाई। वैशालीनगर विधानसभा क्षेत्र की महिलाओं का दुख-दर्द समझने के लिए एमआईसी मेंबर व कांग्रेस नेत्री रीता सिंह गेरा ग्राउंड में उतर गई हैं। नारी सशक्तिकरण के नाम पर रीता सिंह गेरा ने अभियान शुरू किया है। यह अभियान पूरे विधानसभा क्षेत्र में चल रहा है। कल सुपेला इलाके में महिलाओं की बैठक ली गई।

इस बैठक में महिलाओं ने अपनी-अपनी समस्या बताई। अधिकांश ने यह बताया कि, रोज कमाने, रोज खाने वाले लोग हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति उतनी सक्षम नहीं है। रोजी-मजदूरी कर घर चलता है। जिस दिन काम नहीं मिलता, उस दिन तकलीफ हो जाती है।

रीता सिंह गेरा ने आश्वास्त किया है कि शासन से आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई पहल किए गए हैं। विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित हो रही है। उसका लाभ महिलाओं को दिया जाएगा। वहीं दो परिवार ऐसे थे, जिनके पिता नहीं थे। इससे बच्चों की पढ़ाई मुश्किल हो रही थी। रीता सिंह गेरा ने तत्काल बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा लिया।

बच्चों की स्कूल फीस से लेकर कॉपी-किताब व पढ़ाई में होने वाले सभी खर्च को वहन करने का जिम्मा रीता सिंह गेरा ने लिया। वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री व एमआईसी मेंबर रीता सिंह गेरा ने बताया कि, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से ही ग्राउंड में उतरकर काम कर रही हूं।

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