राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय का सावन महोत्सव: प्रदेशभर से महिलाएं हुईं शामिल…16 श्रृंगार के साथ गीत-संगीत में लिया भाग, तस्वीरों में देखिए ये भव्य आयोजन

भिलाई। सावन के पवित्र माह के अवसर पर आज होटल इम्पेरियन एंड रिसोर्ट नेहरू नगर भिलाई में राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय द्वारा सावन महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें प्रदेशभर से भारतीय जनता पार्टी के महिला मोर्चा की पदाधिकारी तथा सांस्कृतिक,सामाजिक,खेल, शिक्षा,चिकित्सा एवं विभिन्न क्षेत्रो से जुड़े महिलाएं शामिल हुईं।

इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं के लिए गीत-संगीत के अलावा कई प्रकार के प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। कोरोना महामारी के दो साल बाद आज महिलाएं फिर से सावन पर्व को मनाने के लिए एकत्रित हुई हैं।

हरे रंग की साड़ी, चूड़ी, बिंदी और सोलह श्रृंगार कर महिलाएं महोत्सव में शामिल होने पहुंची कार्यक्रम में एक ओर जहां उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया।



इस अवसर पर राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी बहनों को सावन पर्व की बधाई देते हुए कहा कि हिंदू धर्म में सावन का विशेष महत्व होता है। यह न सिर्फ शिव भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि हम सब भी मानसून के आगमन का स्वागत करते हैं। सावन का महीना लोगों को ईश्वर से जुड़ने का और भगवान की भक्ति के लिए सबसे उत्तम है।

हर तरफ मंदिरों में लोगों की भीड़, भजन-कीर्तन की आवाज, मंत्रोच्चारण इस पवित्र माह की महत्वता को और भी बढ़ा देता है। सावन के माह में महिलाएं उपवास रखती हैं और अपने परिवार के स्वस्थ रहने की कामना करती हैं।कार्यक्रम के दौरान महिलाओं के द्वारा एक से बढ़कर एक गीत-संगीत का मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।

क्विज कांटेस्ट, हौजी, मेहंदी एवं डांस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और प्रतियोगिता जितने वाली महिलाओं को पुरस्कृत भी किया गया। आज के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मीनल चौबे, पूजा विघानी, भावना बोहरा, विभा अवस्थी, उषा टावरी, चन्द्रिका चंद्राकर, माया बेलचंदन, दुर्ग विधायक की अर्धांगनी मंजू वोरा,

भिलाई नगर महापौर की अर्धांगिनी ऋतु पाल, मंजूषा साहू, सरिता मिश्रा, पूनम शुक्ला, स्वाति साहू, आशा सुब्बा, विभा सिंह, बानी सोनी, अलका बाघमार, स्वरुप लाता पांडेय, ममता जैन, हेमलता निषाद,

कलिंदरी साहू, कुमारी बाई साहू, हेमा शर्मा, पुष्पा वर्मा, लीला दिनेश देवांगन, चमेली साहू सहित, अग्रवाल समाज, सिन्धी समाज, पंजाबी समाज, देवांगन समाज, कूर्मि समाज, साहू समाज की महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।