सीनियर IPS अफसर जीपी सिंह की सर्विस में होगी वापसी: इस मामले में कर दिए गए थे कंपलसरी रिटायर… कैट ने दिए 4 हफ्तों के भीतर बहाली के निर्देश

रायपुर। छत्तीसगढ़ में अनिवार्य सेवानिवृत्त किए गए IPS जीपी सिंह को कैट से राहत मिल गयी है। कैट (केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण) ने चार हफ्तों के भीतर जीपी सिंह से जुड़े सभी मामलों को निराकृत कर बहाल करने का आदेश दिया है। जुलाई 2023 में राज्य सरकार की अनुशंसा पर जीपी सिंह को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी थी। जीपी सिंह पर 2022 में छत्तीसगढ़ सरकार ने राजद्रोह का केस दर्ज किया था। इस मामले में उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। हालांकि बाद में उन्होंने हाईकोर्ट से जमानत ले ली थी। सिंह को लेकर एक अफवाह ये भी थी कि उन्हें बर्खास्त किया गया है, लेकिन ऐसा नहीं था।

ACB ने जुलाई 2021 को सिंह के पुलिस लाइन स्थित सरकारी बंगले के अलावा राजनांदगांव और ओडिशा के 15 अन्य स्‍थानों पर छापा मारा था। इसमें 10 करोड़ की अघोषित संपत्ति के साथ कई संवेदनशील दस्‍तावेज मिले थे। इसके बाद ACB ने जीपी सिंह के खिलाफ FIR दर्ज की थी। वहीं दूसरी ओर सरकार ने 5 जुलाई को उन्हें सस्पेंड कर दिया और 8 जुलाई की रात को उनके खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज कराया था। आरोप था कि जीपी सिंह सरकार गिराने की साजिश रच रहे थे। 9 जुलाई 2021 को जीपी सिंह ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर CBI जांच की मांग की थी।

मामले की जांच के बाद 11 जनवरी 2022 को जीपी सिंह को नोएडा से गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद उन्हें मई 2022 में जमानत मिली गई। सर्विस रिव्यू कमेटी की सिफारिश पर 21 जुलाई 2023 को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने IPS जीपी सिंह को भारत सरकार ने कंपलसरी रिटायर कर दिया था। तब जीपी सिंह की सेवा के 8 साल बचे थे। CAT (केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण) की स्थापना 1985 में प्रशासनिक न्यायाधिकरण अधिनियम के माध्यम से की गई थी। CAT भारत में सार्वजनिक सेवा में कर्मियों की भर्ती और सेवा शर्तों से जुड़े मामलों के निर्णय या सुनवाई के लिए जिम्मेदार है।

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