दुर्ग। ऑनलाइन पद्धति से परीक्षा आयोजित करने की मांग को लेकर हजारों की संख्या में छात्र छात्राओं ने हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग का घेराव किया। एनएसयूआई के बैनर तले पहुंचे छात्रों ने डीयू के सामने जमकर नारेबाजी की। उन्होंने मांग की है कि जब विश्वविद्यालय में पढ़ाई ऑनलाइन मोड पर हुई है तो फिर परीक्षा भी ऑनलाइन मोड पर होनी चाहिए।
आपको बता दें कि एनएसयूआई के छात्र लगातार ऑनलाइन परीक्षा करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। कुछ दिन पहले भी उन्होंने रैली निकालकर विश्वविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करके वहां का घेराव किया था। इसके बाद विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा ने उनकी मांगो को सुना और ज्ञापन स्वीकार किया था। डॉ. पल्टा ने साफ तौर पर कहा था कि परीक्षाएं ऑनलाइन मोड पर ही होंगी।
हालांकि उन्होंने छात्रों की मांग को शासन तक पहुंचाने की बात कही थी। इसके बाद जब विश्वविद्यालय प्रबंधन ने ऑफलाइन मोड पर परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया तो सभी छात्र छात्राएं फिर से विरोध पर उतर आए। सोमवार दोपहर बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर उन्होंने विश्वविद्यालय का घेराव किया और ऑनलाइन एग्जाम कराए जाने की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआई से आकाश कनोजिया, आदित्य नारंग, अमन दुबे, हितेश सिन्हा, सुरेंद्र वाघमारे, आयुष पटेल भूपेंद्र उके, राहुल यादव, देवेश, विनीश साहू, अनीश, आयुष झा और लाकेश सिन्हा, ऋतिक रंजन नायक के साथ हजारों की संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित थे।
छात्र छात्राओं ने गिनाई अपनी समस्या
एनएसयूआई के पदाधिकारी आकाश कनोजिया ने बताया कि उनके द्वारा शैक्षणिक सत्र 2021-22 में होने वाली वार्षिक परीक्षा को ऑनलाइन मोड से कराने की मांग की गई है। विश्वविद्यालय ने पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम कराई है।
उससे विद्यार्थियों को कई सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। ग्रामीण छात्र नेटवर्क समस्या के चलते सही से ऑनलाइन क्लास नहीं ले पाए। कई छात्रों के घर पर स्मार्टफोन नहीं है। इस वजह से भी वह लोग ऑनलाइन क्लास अटेंड नहीं कर पाए।
विद्यार्थियों ने रखी ये मांग
एनएसयूआई के बैनर तले विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं ने मांग रखी की सभी परीक्षाएं ऑनलाइन मोड कराई जाएं। अगर ऑफलाइन परीक्षा ली जाती है तो परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाई जाए और उनकी ऑफलाइन क्लास कराई जाए। इस स्थिति में ऑफलाइन परीक्षा लेना है तो पेपर 60 प्रतिशत सिलेबस के आधार पर तैयार किया जाए। साथ ही सभी छात्र छात्राओं को बोनस अंक भी दिए जाएं।