भेंट-मुलाकात‘ अभियान: मुख्यमंत्री ने कुसमी में पीडीएस दुकान का किया निरीक्षण, अपने हाथों से तौलकर हितग्राहियों को दिया राशन…

भिलाई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज ‘भेंट-मुलाकात‘ अभियान के प्रथम दिन कुसमी थाने, शासकीय उचित मूल्य की दुकान, कुसमी के नगर पंचायत दफ्तर का निरीक्षण किया। इस दौरान कुसमी के नगर पंचायत दफ्तर का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री ने शासकीय उचित मूल्य दुकान कुसमी में मौजूद हितग्राहियों से मुलाकात की और अपने हाथों से राशन तौलकर हितग्राहियों को वितरित किया।

मुख्यमंत्री ने पीडीएस दुकान का निरीक्षण करते हुए कार्डधारकों की संख्या और हर महीने मिलने वाले राशन की जानकारी ली। मुख्यमंत्री को अपने हाथों से राशन बांटने पर 64 साल की एक बुजुर्ग महिला ने आशीर्वाद दिया। उन्होंने मिलने वाले राशन की जानकारी ली।

सीएमओ को निलंबन के आदेश:-

मुख्यमंत्री को अपने हाथों से राशन बांटने पर 64 साल की एक बुजुर्ग महिला ने इस दौरान शशिकला नाम की महिला ने मुख्यमंत्री से शिकायत की कि उसका नाम गरीबी रेखा सूची से काट दिया गया है और उसके पास राशन कार्ड नहीं है। शिकायत मिलने पर मुख्यमंत्री बघेल ने कलेक्टर बलरामपुर से बात की और नगर पंचायत सीएमओ को निलंबित करने के निर्देश दिए।

राशन वितरण की ली जानकारी:-

मुख्यमंत्री ने कहा कि लगातार निर्देशित करने और हिदायत के बावजूद भी अगर जनता को परेशान होना पड़ेगा, तो कार्यवाही निश्चित है। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों से चर्चा कर राशन वितरण की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने पूछा कि सबको बराबर राशन मिल रहा है या नहीं, इस पर महिलाओं ने राशन मिलने की उन्हें जानकारी दी। उन्होंने महिलाओं से राशन की दर के बारे में भी पूछा। मुख्यमंत्री ने उचित मूल्य दुकानदार से स्टाक पंजी मांग कर देखी और राशन कार्ड के संबंध में जानकारी ली।

प्रोटोकाल तोड़कर पहुंचे जनता के बीच:-
कुसमी के भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री प्रोटोकॉल तोड़कर गाड़ी से उतरे और लोगों के बीच जा पहुंचे। मुख्यमंत्री उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने यह भी पूछा कि पुलिस से संबंधित कोई समस्या तो नहीं है।

थाना का किया निरीक्षण:-
कुसमी थाने की निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने थाने की रोज नामचा का अवलोकन किया। साथ ही उन्होंने मालखाने का निरीक्षण किया। इस दौरान नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया और संसदीय सचिव श्री चिंतामणि महाराज भी मुख्यमंत्री के साथ थे।

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