लव, अफेयर और मर्डर: दुर्ग में सनसनीखेज हत्या के मामले की गुत्थी सुलझी… आशिक के लिए महिला ने रची खुद की हत्या की साजिश; कैसे 90 साल की बुजुर्ग महिला की चढ़ गई बली? जानिए पूरा मामला

भिलाई। वीवीआइपी जिला दुर्ग में सनसनीखेज हत्या का मामला सामने आया है। इस मामले में एक 90 साल की बुजुर्ग महिला को निर्मम तरीके से मौत के घाट उतारा गया फिर उसकी बॉडी को जला दिया गया। दरअसल पूरा मामला एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर से शुरू हुआ है। एक शादीशुदा महिला अपने आशिक के साथ नई जिंदगी शुरू करना चाहती थी जिस वजह से उसने अपनी मौत की ही कहानी खुद रची। जिसके लिए बिन कारण के 90 वर्ष की बुजुर्ग महिला बलि चढ़ गई। महिला के आशिक ने तो बुजुर्ग महिला को जान से मार दिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी। प्रेमी-प्रेमिका द्वारा एक अन्य साथी के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया।

इसके बाद महिला और उसके आशिक के बीच विवाद शुरु होता है। महिला अपने आशिक से कहती है कि उसे अपने बच्चों की याद आ रही है इसके बाद उसका आशिक महिला को खैरागढ़ में बीच रास्ते में छोड़ कर आ जाता है। महिला बेहोश होने का नाटक करती है और मदद मांगती है तब लोगों ने 112 को बुलाया और उसे उसके घर तक पहुंचाया तब इस मामले का खुलासा होता है और पता चलता है जिस महिला की मौत की वजह ढूंढी जा रही थी। वह महिला जिंदा है। इसके बाद पूरा मामला सामने आया। इस मामले में महिला समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दुर्ग SP शलभ कुमार सिन्हा ने खुलासा करते हुए क्या कुछ बताया पढ़िए…

पुलिस ने बताया, गिरधारी नगर, दुर्ग निवासी सुप्रिया यादव ने अपने प्रेमी तथाकथित चिकित्सक गण्डई निवासी उमेश साहू से अपराधिक षडयंत्र रच कर गण्डई निवासी सुरजा बाई मरकाम, उम्र 90 वर्ष की अपनी मौत की झूठी कहानी रचने हेतु करवाई हत्या। मृतिका सुरजा बाई मरकाम के शव को प्रेमिका सुप्रिया यादव द्वारा अपने घर के स्टोर रूम में जला कर अपनी मौत की रची झूठी कहानी। घटना कारित करने वाले तथाकथित चिकित्सक प्रेमी उमेश साहू व प्रेमिका सुप्रिया यादव तथा उमेष साहू का मित्र प्रदीप जंघेल प्रकरण में गिरफ्तार। घटना में प्रयुक्त होण्डा अमेज कार क्रमांक CG 04 LM 7005 बरामद। एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग एवं थाना मोहन नगर की संयुक्त कार्यवाही।

मघु यादव पति रामदास यादव, निवासी गिरधारी नगर, दुर्ग को दिनांक 15-16.08.2023 के दरम्यानी रात 01ः30 बजे के आस पास अचानक जोरदार धमाके की आवाज सुनकर उठी तभी पीछे आगन में देखी की स्टोर रूम में आग लग गया है। जिससे अपने देवर भुपेन्द्र यादव को फोन करके जगायी, परिवार के सभी लोग उठकर आ गये और आग बुझाये व जलते हुये आग में कोई लाश को जलते देखा गया तथा देवरानी सुप्रिया यादव अपने कमरे में नहीं थी इससे एैसा भ्रम हुआ कि जली हुयी लाश सुप्रिया यादव का हो सकता है। क्योंकि जलने के स्थल पर सुप्रिया यादव की चुड़ी एवं बिछिया पड़ी हुई थी उक्त घटना पर से थाना मोहन नगर में मर्ग क्रमांक 76/2023 धारा 174 जा.फौ. का पंजीबद्ध कर जांच में लिया गया।

रविवार 16.08.2023 की रात्रि 08ः30 बजे सुप्रिया के मायके गंड़ई से सूचना प्राप्त हुयी कि सुप्रिया यादव खैरागढ़ एवं जालबांधा के बीच अचेत अवस्था में पड़ी थी होश आने के पश्चात डायल 112 के माध्यम से उसके मायके टिकरी पारा गंड़ई पहुँचाया गया है। सुप्रिया यादव के जीवित होने की पुष्टि के पश्चात अज्ञात शव का पता करना प्रारंभ किया गया जो शुरूवात में अत्यंत ही पेचिदा काम था। उक्त सनसनीखेज घटना को अत्यंत ही गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा (भा.पु.से.) के द्वारा उक्त मर्ग के मामले में प्रथम दृष्टया हत्या का अपराध घटित होना प्रतीत होने पर से आरोपियों की तलाश एवं प्रकरण की वास्तविक स्थिति पता करने हेतु निर्देश प्राप्त हुये थे। जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय ध्रुव (रा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ]अनंत साहू, नगर पुलिस अधीक्षक, (दुर्ग) मणिशंकर चंद्रा (रापुसे) एवं उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) राजीव शर्मा (रा.पु.से.) के मार्गदर्शन में एवं ए.सी.सी.यू प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा व थाना प्रभारी मोहन नगर निरीक्षक विजय यादव के नेतृत्व में ए.सी.सी.यू एवं थाना मोहन नगर की एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को पतासाजी हेतु लगाया गया था।

सुप्रिया यादव को तलब कर पूछताछ करने पर पता चला कि वह गिरधारी नगर में अपने पति भुपेन्द्र यादव, दो बच्चों, सास व जेठ जेठानीयों व उसके बच्चों के साथ संयुक्त रूप से रहना, सास के द्वारा लगातार खरी खोटी सुनाने, टोका टॉकी करने से परेशान रहना, पूर्व से ही अपने मायके गंड़ई के मेडिकल स्टोर संचालक उमेश साहू से प्रेम प्रसंग होना, जिसके कारण घर से प्रेमी के साथ जाने के लिए उसके साथ मिलकर योजना बनाना और अपने आप को मृत घोषित करने के लिए प्रेमी उमेश साहू जब दिनांक 21.07.2023 से 08.08.2023 के मध्य दुर्ग में रहकर बी फार्मा परिक्षा दिलाने के दरम्यान अपने प्रमिका सुप्रिया यादव पति भूपेन्द्र यादव, उम्र 32 वर्ष निवासी गिरधारी नगर दुर्ग के साथ उक्त अवधि में अक्सर मुलाकात हुई और सुप्रिया यादव और उमेश साहू ने मिलकर यह अपराधिक षडयंत्र रचा कि किसी महिला को मारकर सुप्रिया यादव के गिरधारी नगर दुर्ग के स्टोर रूम में जला दिया जाये इससे सुप्रिया यादव की मृत्यु जलकर दिखाकर अपने प्रेमी उमेश साहू के साथ भागकर चली जाये व हमेशा के लिये सुप्रिया यादव का अस्तित्व समाप्त हो जाये।

इसी षडयंत्र के तारतम्य में सुप्रिया यादव का प्रेमी तथाकथित डॉक्टर आरोपी उमेश साहू ने गण्डई स्थित अपने क्लिनिक में लंबे समय से ईलाज कर रहे सुरजा बाई मरकाम उम्र 90 वर्ष निवासी टिकरीपारा गंडई को जो दिनांक 14.08.2023 को शाम आरोपी उमेश साहू के पास ईलाज कराने हेतु गण्डई स्थित उसके क्लिनिक एवं मेडिकल स्टोर मे आई थी उसे गला दबाकर मारकर बोरे में भरकर अपने मेडिकल स्टोर के फ्रिज में रख दिया था तथा अपने इस कृत्य के बारे में अपने परम् मित्र प्रदीप जंघेल निवासी खैरानवापारा छुईखदान को भी बताया और उक्त मित्र के साथ अपने भाई की होण्डा अमेज कार CG.04.LM.7005 में डिक्की में रख कर शव को दिनांक 15.08.2023 के रात्रि करीब 10ः00 बजे दुर्ग लेकर पहूॅचा प्रेमिका सुप्रिया यादव व प्रेमी तथाकथित डॅाक्टर उमेश साहू अपने पूर्व षडयंत्र के मुताबिक शव को कार से सुप्रिया यादव के घर गिरधारी नगर दुर्ग के मकान के पीछे दरवाजे के पास रात्रि करीब 01ः00 बजे पहॅूचा व सुप्रिया यादव को उमेश साहू ने अपने मोबाईल फोन से मैसेज कर सुरजा बाई के शव को सुप्रिया यादव के घर के अन्दर कॉटा एवं तार फेन्सिग को हटा कर ले गया तथा सुप्रिया यादव के स्टोर रूम जहॉ पूर्व से कण्डे एवं लकड़ियॉ रखी थी उसमें रख कर शव को पेट्रोल डाल कर जला दिया गया इस दरम्यान स्टोर रूम में काफी जोर का धमाका भी हुआ जिसे मोहल्ले के लोग देखे व सुने भी है।

आरोपीगण प्रेमी उमेश साहू एवं प्रेमिका सुप्रिया यादव शव को जलाने के पश्चात कार में पहले से मौजूद आरोपी उमेश साहू के साथी प्रदीप जंघेल तीनों देर रात करीब 02ः00 बजे गण्डई के लिये रवाना हो गये, सुप्रिया यादव गण्डई स्थित उमेश साहू के मेडिकल स्टोर में उसके साथ रात रूकी सुबह होने पर सुप्रिया यादव को अपने बच्चों की याद आने पर वापस गिरधारी नगर दुर्ग आने की जिद करने लगी उसके पश्चात प्रेमी उमेश साहू द्वारा उसे खैरागढ में छोड़ दिया गया जहॉ वह सिंदूर और बंदन को अपने शरीर पर लगाकर पास के एक घर में जाकर बेहोषी की मनगढंत कहानी बनाकर मदद मांगी। उक्त घटना पर से शव का पी.एम. के पश्चात थाना मोहन नगर में 352/2023, धारा 302, 201, 120बी, 34 भादवि का अपराध उपरोक्त आरोपियों के विरूद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।

उक्त कार्यवाही में थाना मोहन नगर से उ.नि. शीशुपाल चंद्रवंशी, सउनि प्रमोद सिंह, प्र.आर. अजय विष्वकर्मा, शहीद खान, महिला प्र.आर. मोनिका गुप्ता, आरक्षक सचिन सिंह, विष्वजीत टण्डन, शकील खान तारकेष्वर, भूषण जोशी, देवव्रत ठाकुर, महिला आरक्षक नीतू पद्माकर, शशिकला देशमुख एवं एसीसीयू से सउनि राजेश पाण्डेय, शमित मिश्रा, प्र.आर.नरेन्द्र सिंह, शिव तिवारी, चन्द्रशेखर बंजीर, सत्येन्द्र मढ़रिया, आरक्षक शौकत, शोभित सिन्हा, नरेन्द्र सहारे, रिन्कू सोनी, अमित दुबे, भावेश पटेल, डी प्रकाश, गुनित कुमार, राजकुमार चन्द्रा, बालमुकुन्द, चित्रसेन, केशव साहू की उल्लेखनीय भूमिका रही।

आरोपियों का नाम एवं पता

  • उमेश कुमार साहू पिता स्व. रामूलाल साहू उम्र 37 वर्ष, साकिन न्यू लक्ष्मी मेडिकल स्टोर, टिकरीपारा, वार्ड नंबर 12 गण्डई, जिला खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई
  • प्रदीप जंघेल पिता बलदाउ जंघेल उम्र 36 वर्ष, साकिन खैरानवापारा, छुईखदान, जिला खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई
  • सुप्रिया यादव पति भूपेन्द्र यादव, उम्र 32 वर्ष, साकिन कोष्टा तलाब के पास गिरधारी नगर, थाना मोहन नगर दुर्ग, जिला दुर्ग 
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