सूखी लकड़ी के लिए रिटायर्ड BSP कर्मी की हत्या: वारदात को अंजाम देने के बाद 16 दिनों तक पुलिस को देता रहा चकमा…आरोपी तक पहुंचने पुलिस को अपनाने पड़े कई ट्रिक

संजय सिंह@ भिलाई। लोग आजकल मामूली सी बात पर जान ले लेते हैं। आप सोच सकते हैं कि कोई सूखी लकड़ी के लिए किसी की हत्या कर सकता है। सूखी लकड़ी के लिए। जी हां, 25 जनवरी को ऐसा हुआ था। रिटायर्ड बीएसपी कर्मी की हत्या हुई थी। सूखी लकड़ी के लिए। मृतक ने आरोपी को लकड़ी बिनने से रोका था। यह बात आरोपी को जमी नहीं और मौत के घाट उतार दिया।


दुर्ग पुलिस ने रिटायर्ड बीएसपी कर्मी की हत्या के मामले का खुलासा किया है। पुलिस को आरोपी 16 दिनों तक चकमा देता रहा। आरोपी की पूछताछ के लिए पुलिस को काफी पापड़ बेलने पड़े। लकड़ी कलेक्शन करने वालों से लेकर कचरा डंपकर्ता, चरवाहा, लकड़हारा समेत आसपास के 200 से ज्यादा लोगों से कड़ी पूछताछ की गई थी।

इस मामले में पुलिस ने आरोपी संतोष निर्मलकर को गिरफ्तार किया है। जवाहर उद्यान के बगल में लकड़ी बिनने की बात को लेकर रिटायर्ड बीएसपी कर्मी शंकर सिंह और आरोपी संतोष निर्मलकर के बीच विवाद हुआ था। दोनों के बीच मारपीट हुई और संतोष ने शंकर को मौत के घाट उतार दिया।


ओवरऑल घटना क्या है…जानिए
25 जनवरी को डायल-112 पर सूचना मिली कि जवाहर उद्यान के बगल में स्थित नर्सरी कचड़ा डंप जाने का रास्ता में अज्ञात पुरुष का शव है कि सूचना पर तत्काल नेवई पुलिस घटना स्थल जाकर प्रार्थी अनिल कुशवाहा ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह हमेशा की तरह 25 जनवरी को भी जवाहर उद्यान के बगल में स्थित कचड़ा डंप में फारेस्ट एवेन्यु रोड से नर्सरी होते हुये केश (बाल) बिनने जा रहा था।

तभी करीबन 12.30 बजे नर्सरी के पगडंडी रास्ता किनारे जमीन पर एक अज्ञात आदमी उम्र करीबन 60-65 साल पट जमीन पर पड़ा है। सिर में गंभीर चोट लगी थी। सिर खून से सना हुआ था। किसी अज्ञात आरोपी द्वारा उसके सिर में किसी ठोस वस्तु से गंभीर चोट पहुंचाकर हत्या कर दिया है कि सूचना पर मर्ग इंटीमेशन कायम कर जांच में लिया गया।

दौरान मर्ग जांच में निरीक्षण घटना स्थल, निरीक्षण शव, बयानों व राय के आधार पर प्रथम दृष्ट्या किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मृतक को जान से मारने की नियत से मृतक के सिर में बाये तरफ किसी ठोस वस्तु से मारकर गंभीर चोट पहुंचा कर हत्या करना पाया जाने से अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 302 भादवि का अपराध घटित होना पाये जाने से अपराध कायम कर विवेचना लिया गया।

अपराध गंभीरता को देखते हुये दुर्ग एसएसपी बीएन मीना, एएसपी संजय ध्रुव, सीएसपी आरके जोशी के निर्देशन में आरोपी की पतासाजी हेतु थाना प्रभारी नेवई टीआई भारती मरकाम के नेतृत्व में टीम तैयार की गई। तैयार टीम द्वारा अज्ञात मृतक की पहचान के संबंध में जिला के सभी थानों में हुलिया बताकर सूचित किया। जिस पर मृतक की पहचान शंकर यादव पिता मोटलाजी यादव उम्र 83 वर्ष निवासी टंकी मरोदा के रूप में हुई।

जांच क्रम में केश बिनने वाले बताया कि यही सूखी लकड़ी उठाने वालों में से एक के द्वारा जवाहर उद्यान में सीसीटीव्ही कैमरा लगा है चुकि वहां लकडी, कचडा, केश बिनने वालें एक दूसरे को हुलिया से वाकिफ थे किन्तु नाम से नहीं जानते है तब घटना स्थल के पास नर्सरी कचड़ा डंप जाने का रास्ता में रोजाना लकड़ी सग्रहणकर्ता, कचरा डम्पकर्ता, चरवाहा, लकडहारा, आस पास अन्य स्थानीय करीबन 200 लोगों से कड़ी सघनता से पूछताछ किया गया

जिस पर से संदेही आरोपी की हुलिये से पहचान हुई, उक्त अज्ञात संदेही आरोपी का हुलिया बताकर भिलाई के सेक्टर ऐरिया, खुर्सीपार, नेवई, दुर्ग क्षेत्रों में संघनता से पृछताछ किया जिस पर संदेही आरोपी की पहचान संतोष निर्मलकर पिता स्व सोनउ निर्मलकर उम्र 45 साल साकिन कोनारी थाना पुलगांव जिला दुर्ग के रूप में हुई जिनसे घटना के संबंध में पूछताछ कर मेमोरेण्डम कथन लिया।

जो बताया कि दिनांक घटना समय को सुखी लकड़ी बिनने गया गया था कि मृतक शंकर लाल यादव द्वारा उसे सुखी लकड़ी बिनने से मना करने पर आरोपी द्वारा उनकी बात नहीं माना और सुखी लकड़ी बिनने लगा जिससे मृतक द्वारा पास पड़े पत्थर से संदेही आरोपी संतोष निर्मलकर को मार दिया।

मृतक एवं आरोपी संतोष निर्मलकर के मध्य आपसी विवाद होने से आरोपी द्वारा आकोशित होकर घटनास्थल के पास में पड़े लकड़ी से मृतक के सिर पर प्राण घातक हमला करने से मृतक लहूलूहान होकर घटनास्थल पर गिर गया।

जिससे आरोपी द्वारा घबराकर घटनास्थल से भागकर सेक्टर-4 पेट्रोल पंप बोरिया गेट रोड में पास स्थित पान ठेला में हाथ मुंह धोकर अपनी सायकल से फरार होना बताया।

आरोपी के मेमोरण्डम कथनानुसार घटना में प्रयुक्त लकडी, सायकल एवं घटना के समय पहने कपड़ा को आरोपी संतोष निर्मलकर के पेश करने पर समक्ष गवाह के जप्त कर कब्जा पुलिस लिया गया।

आरोपी संतोष निर्मलकर पिता पिता स्व. सोनउ राम निर्मलकर उम्र 45 साल निवासी कोनारी थाना पुलगांव जिला दुर्ग का कृत्य अपराध धारा का घटित करना पाये जाने आरोपी को गिरफ्तार किया जाकर आरोपी को माननीय न्ययालय के समक्ष पेश किया जाकर ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजी जाती है।

इस कार्यवाही में निरी0 भारती मरकाम, सउनि पूर्ण बहादुर, आरक्षक प्रशांत साहू, आरक्षक रवि विसाई, आरक्षक अजीत यादव का सराहनीय योगदान रहा।

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