रायपुर। छत्तीसगढ़ के अमर श्रीवास निर्देशित लोकमंच लोक दर्शन ने महाकुंभ प्रयागराज में अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ शासन के माध्यम से 21 फ़रवरी से 26 फ़रवरी तक लोक दर्शन दल ने छत्तीसगढ़ की पारंपरिक छटा बिखेरी। टीम ने अंचल की लुप्त होती लोकगीत लोक नृत्य आदिवासी नृत्य कलस नृत्य (9 घड़ों के साथ विभिन्न आकर्षण केंद्र ), ग्राम्य गीत से दर्शकों का मन मोह लिया एवं प्रयागराज में एक अलग ही छवि बनाई।

अमर श्रीवास दीपशिखा श्रीवास ने 30 कलाकारों के साथ लगातार 6 दिनों तक अपनी अनुपम प्रस्तुति दी है। छत्तीसगढ़ पवेलियन में बने विभिन्न लोक संस्कृति की झलक व 6 दिनों तक लोक नृत्य की प्रस्तुति ने जन मानस को अपनी ओर खींचा ले आ रहा था। कार्यक्रम में दीपशिखा श्रीवास, तिरेन्द्र यदु, रामदयाल, बाहरू, संदीप , सकून, माधुरी, विजयलक्ष्मी, प्रीति,पायल,पीहू,प्रह्लाद, धीरेंद्र, दिनेश, शेखर ,सोहनलाल, लोकेश,नंदू,बिट्टू,ओम, वशु एवं साथियों ने शानदार प्रस्तुति दी।