BSP में बोनस और बकाया एरियर्स सहित अन्य कई मांगो को लेकर होगा हड़ताल… BWU ने भी दिया सशर्त समर्थन, यूनियन अध्यक्ष दत्ता का NJCS नेताओं को स्पष्ट संदेश, क्या कहा…?

भिलाई। बीएसपी वर्कर्स यूनियन ने 28 अक्टूबर को होने वाली हड़ताल के लिए सशर्त समर्थन देने का निर्णय लिया है। यह हड़ताल 39 महीने के एरियर और एनजेसीएस यूनियनों के विरोध में आयोजित की जा रही है। यूनियन की साप्ताहिक बैठक में सभी पदाधिकारियों और बीएसपी कर्मचारियों ने आगामी हड़ताल पर चर्चा की। यूनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता ने कहा कि उनकी यूनियन सभी बीएसपी कर्मचारियों के हित में इस हड़ताल में शामिल होगी, लेकिन शर्त यह है कि एनजेसीएस के वरिष्ठ नेता भी हड़ताल में शामिल हों। दत्ता ने स्पष्ट किया कि अगर एनजेसीएस के नेता हड़ताल में उपस्थित रहते हैं, तो यूनियन के सभी पदाधिकारी प्लांट के हर गेट पर खड़े रहेंगे और किसी भी बीएसपी कर्मचारी को प्लांट के अंदर नहीं जाने देंगे। इससे अन्य कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल होंगे।

बीएसपी वर्कर्स युनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता ने कहा कि हमारी युनियन सभी बीएसपी कर्मचारियों के हित में पाँचो एनजेसीएस युनियनों द्वारा प्रस्तावित 28 अक्टूबर की हड़ताल में शामिल होने के लिए तैयार है, लेकिन हमारी एक ही शर्त है कि हमारे साथ एनजेसीएस कमिटी के वरिष्ठ एनजेसीएस नेता भी हड़ताल में शामिल हो। अगर एन जे सी एस के ये दिल्ली वाले नेता हमारे साथ हड़ताल में प्रत्यक्ष रुप से उपस्थित रहे, तो हमारा हर पदाधिकारी 28 अक्टूबर को प्लांट के हर प्रवेश गेट में खड़ा रहेगा और एक बीएसपी कर्मचारी को भी प्लांट के अंदर जाने नहीं देगा। बीएसपी कर्मचारी भी वरिष्ठ एनजेसीएस नेताओं को हड़ताल में खड़ा देख, उस दिन हड़ताल में शामिल होगा।

उज्जवल दत्ता ने आगे कहा कि एनजेसीएस युनियनों के पाँचों वरिष्ठ नेता दिल्ली में एनजेसीएस मीटिंग में बीएसपी सहित सभी सेल कर्मचारियों के अहित जुड़े समझौते में हस्ताक्षर कर देते है और यहाँ अपने अपने युनियन के लोकल नेताओं को उसी समझौते के विरोध में हड़ताल करने या गेट पर प्रदर्शन करने बोल देते है, उनके लोकल नेता भी अपने अपने मालिकों की बात मानकर अपना अपना झंडा लिए गेट पर जिंदाबाद और मुर्दाबाद करते रहतें है, जिसका कोई औचित्य नहीं रहता है। एनजेसीएस युनियनों का दिल्ली में हाँ और भिलाई में ना अब नहीं चलेगा।

बीडब्ल्यूयू अध्यक्ष ने आगे बताया कि एनजेसीएस नेताओं को सेल प्रबंधन सेल कर्मचारियों के अहित से जुड़े समझौतों में जहाँ जहाँ हस्ताक्षर करने बोलता है, वे वहाँ वहाँ हस्ताक्षर कर देते है। आजकल एनजेसीएस नेता अलग तरह की पटकथा पर काम कर रहे है, जिसमें एक समझौते के लिए पाँच एनजेसीएस युनियनों में से तीन युनियन के नेता हाँ बोलते है, तो बाकि दो युनियन के नेता मना करते है और दुसरे समझौते में अपना साथी बदलकर तीन युनियन तैयार होती है तो बाकि दो मना करती हैं। इस तरह बीएसपी कर्मचारियों को सभी मिल कर ठगते है।

बीएसपी वर्कर्स युनियन के अध्यक्ष ने एनजेसीएस युनियनों के वरिष्ठ नेताओं को चुनौती देते हुए कहा कि अगर पाँचों एनजेसीएस युनियनों के दिल्ली एनजेसीएस मीटिंग में बैठने वाले पाँचों वरिष्ठ नेता सेल के पाँच बड़े यूनिट में हड़ताल में शामिल हो जाएँ तो अन्य सेल यूनिट और खदानों के सभी 45000 सेल कर्मचारी हड़ताल में शामिल होंगे और हड़ताल की सफलता भी सुनिश्चित होगी। लेकिन वरिष्ठ एनजेसीएस नेता ऐसा कभी नहीं करेंगे, इनके इस दोगलेपन के कारण बीएसपी सहित सभी सेल कर्मचारियों का कर्मचारी आंदोलनों से विश्वास उठ गया है। इसीलिए बाकि पीएसयु की तरह सेल में हड़ताल सफल नहीं होती। अगर पाँचों वरिष्ठ एनजेसीएस नेता बीएसपी कर्मचारियों के हित में अनिश्चितकालिन हड़ताल करें तो हमारे साथ साथ सभी बीएसपी कर्मचारी उस हड़ताल में शामिल होंगे।

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