हादसे रोकने रासेयो स्वयंसेवकों की पहल : नवरात्रि में 23,000 से अधिक पदयात्रियों को निशुल्क लगाए रेडियम स्टीकर, यातायात पुलिस ने भी किया सहयोग

भिलाई। इंदिरा गांधी शासकीय स्नात. महाविद्यालय, भिलाई के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई (युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार) के सक्रिय स्वयंसेवक योगेश कुमार साहू और उनकी टीम ने नवरात्र में विभिन्न चौक-चौराहों पर पदयात्रियों के पीठ, बैग, बोतल और उनके कपड़ों में रेडियम पट्टी वाला स्टीकर लगाए। एक टीम अपने निजी वाहनों से भिलाई से डोंगरगढ़ तक जाकर स्टीकर लगाए। स्वयंसेवकों ने अब तक 23,000 से अधिक पदयात्रियों को रेडियम स्टीकर लगाए।

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.अलका मेश्राम एवं रासेयो इकाई के कार्यक्रम अधिकारी सुरेश कुमार ठाकुर के मार्गदर्शन में बम्लेश्वरी माता के दर्शन के लिए पैदल डोंगरगढ़ जाने वाले हजारों भक्तों (यात्रियों) की सेवा व सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नवरात्र के प्रथम दिन से अब तक 23,000 से अधिक पद यात्रियों को रेडियम स्टीकर लगाए। नवरात्रि के दूसरे दिन रात्रि 11 बजे स्वयंसेवकों के पास जब स्वयं के रेडियम स्टीकर खत्म हो गए और खरीदने के लिए पैसे की व्यवस्था नहीं हो पा रहा था, तब यातायात पुलिस, दुर्ग के जवानों ने उनके द्वारा यात्रियों की सुरक्षा के लिए नि:स्वार्थ भाव से किए जा रहे सेवा भाव के कार्य को देखते हुए स्टीकर उपलब्ध कराया और स्वयं भी सहयोग कर उनके मनोबल को बढ़ाते रहे।

टीम मे कृतेश साहू, उमेश, समीर, संदीप, अभिष, राहुल, राजेंद्र पाल, सुखनंदन, योगेश्वर, कौशल, विजय, सपना मौर्या, प्रभा आदि स्वयंसेवकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। स्वयंसेवक योगेश यूनिसेफ और जिला प्रशासन, दुर्ग द्वारा संचालित युवोदय दुर्ग कार्यक्रम से जुड़कर भी दुर्ग कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग अजय शर्मा, यूनिसेफ जिला समन्यवक शशांक शर्मा के नेतृत्व व मार्गदर्शन में लगातार जिले के विकास के लिए विभिन्न जन जागरूकता अभियानों और कार्यक्रमों में प्रमुख रूप से सहभागिता प्रदान करते आ रहे हैं।

आखिर क्यों जरूरी है रेडियम स्टीकर लगाना

योगेश ने कहा, यातायात पुलिस, दुर्ग के द्वारा बनाये गए रूट व सावधानी बरतने व आवश्यक रूप से रेडियम स्टीकर लगाने भी हम प्रतिदिन शाम 6 बजे से रात्रि 1 बजे तक अपील करते रहे, ताकि रात के समय वाहन चालकों को पद यात्री आसानी से दिखाई दे सकें, क्योंकि रेडियम पट्टियों पर रोशनी पड़ने के बाद वे चमकती हैं। इससे रात में गाड़ी चलाने वाले चालकों को सड़क पर मौजूद चीज़ें या व्यक्ति आसानी से दिखाई देती है। रेडियम पट्टियों की वजह से सड़कों पर होने वाली बड़ी दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है और भविष्य मे अप्रिय दुर्घटना से बचा जा सकता है।

इससे पहले भी स्वयंसेवकों ने अंतरराष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के भिलाई, कोडिया में हुए शिवपुराण कथा में श्रद्धालुओं की सेवा के लिए सहायता टेंट में 5 लाख से अधिक लोगों का सहयोग किए थे। सड़क सुरक्षा माह 2024 व साइबर क्राइम जैसे जन जागरूकता अभियानों मे पुलिस प्रशासन की सहयोग करते आ रहे हैं। पशुओं को दुर्घटना से बचाने गाय और स्ट्रीट डॉग के गले मे रेडियम स्टीकर लगाए थे।

आप सभी को ज्ञात हो कि हर बार की तरह इस बार डोंगरगढ़ में माता के दर्शन हेतु श्रद्धालुओं की संख्या में काफी उछाल आया हैं। भक्त लाखों की संख्या में देश-विदेश से सपरिवार समेत डोंगरगढ़ दर्शन के लिए आए। मन में आस्था का दीपक और मन्नत की ज्योत जलाकर लाखों की संख्या में भक्त कई किलोमीटर का सफर तय कर पैदल ही अपने परिवार समेत, मित्रगणों संग माता के दर्शन के लिए पहुंचे हैं। ऐसे में शासन और जिला प्रशासन की कई व्यवस्था चरमरा सी जाती है, खासकर पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी व दायित्व और भी अधिक बढ़ जाती है। अनेक पुलिस कर्मियों, प्रशासनिक अधिकारी की ड्यूटी सुरक्षा व्यवस्था को संभालने में लगे हुए होते हैं, जिससे किसी भी प्रकार की कोई अनहोनी ना हो या अप्रिय स्थिति उत्पन्न ना हो पाए। ऐसे मे स्वयंसेवकों द्वारा किए जा रहे इस प्रकार का अनोखा प्रयास प्रशंसनीय योग्य है।