दुर्ग। छत्तीसगढ़ में वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर देखने को मिल रहा है। कल प्रदेश के अधिकांश जिलों में गरज चमक के साथ तेज हवा चली है। कुछ हिस्सों में बारिश के साथ ओले भी गिरे हैं। रायपुर, दुर्ग समेत प्रदेश के कई हिस्सों में गुरुवार शाम चली आंधी ने जमकर तबाही मचाई। 70 से 74 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ऐसी आंधी 10 साल बाद चली है।

वहीं आज छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज एक बार फिर बिगड़ता नजर आ रहा है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 10 से अधिक जिलों में तेज आंधी, बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ घंटों में प्रदेश के कई हिस्सों में तेज तूफान आ सकता है , जिनकी रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है।
जिन जिलों के लिए यह चेतावनी जारी की गई है, उनमें राजधानी रायपुर के अलावा बिलासपुर, दुर्ग, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद, बलौदाबाजार, जांजगीर-चांपा, रायगढ़ और बेमेतरा शामिल हैं। विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे खुले स्थानों पर न जाएं, पेड़ों और बिजली के खंभों से दूरी बनाकर रखें, और जरूरत न हो तो घर से बाहर न निकलें। मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि इन जिलों में बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं, जिससे जान-माल का खतरा बना हुआ है। स्थानीय प्रशासन को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सके।
स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने प्रभावित जिलों में राहत कार्य और सतर्कता बढ़ा दी है। बिजली विभाग और आपदा प्रबंधन टीमों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
मौसम विभाग का कहना है कि यह स्थिति अभी कुछ दिनों तक बनी रह सकती है, इसलिए नागरिकों को पूरी सावधानी बरतने की जरूरत है। विशेष रूप से किसान वर्ग और निर्माण स्थलों पर काम करने वाले मजदूरों को अलर्ट रहने की सलाह दी गई है।