भिलाई। कहते हैं न अगर किसी चीज को पूरी शिद्दत से चाह लो तो पूरी कयानत उसे मिलाने में लग जाती है…। एक फिल्म का ये डायलॉग एकदम फिट बैठ रहा है वार्ड-35 के दो दिव्यांग बुजुर्ग और पार्षद व उपसभापति इंजीनियर सलमान के ऊपर। दरअसल, युवक और बुजुर्ग को ट्राईसिकल की जरूरत थी, ताकि वह आम लोगों के बीच में बराबरी का हिस्सा बन सके। चूंकि एक हादसे में वह अपाहिज हो गया था। लेकिन दोनों ने हार नहीं मानी और दुनिया के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने की ठानी।
उन्होंने ट्राईसिकल के लिए वार्ड पार्षद व निगम के उपसभापति इंजीनियर सलमान से संपर्क किया। सलमान ने बिना देरी किए मदद की सोच बढ़ाई और काम पर जुट गए भला करने। इंजीनियर सलमान अक्सर लोगों की मदद के लिए सुर्खियों में बने रहते हैं। वार्ड-35 शारदापारा के रहने वाले बुजुर्ग को समाज कल्याण विभाग से समन्वय बनाकर ट्राईसिकल दिलाने के लिए कार्रवाई शुरू की। इंजी. सलमान की पहल से विभाग ने दोनों को इलेक्ट्रिक ट्राईसिकल भेंट कर दिया। ट्राईसिकल पाकर दोनों के चेहर खिल गए। उन्होंने इस कार्य के लिए इंजीनियर सलमान का आभार माना और आगे भी बेहतर काम करने के लिए आशीर्वाद दिया। इस दौरान समाज कल्याण विभाग के डिप्टी डायरेक्टर कमलेश पटेल, समाजसेवी मोहन चौहान, वार्ड अध्यक्ष दुष्यंत कुमार सिन्हा समेत अन्य मौजूद रहें।