सरगुजा में हंगामा: खदान की जमीनी कार्यवाही करने गई पुलिस पर हमला, कई पुलिसकर्मियों को आई चोटें… भीड़ से भी एक शख्स घायल; तीर कमान लेकर पहुंची थी भीड़…. पुलिस की संयमित कार्यवाही से टला बड़ा बवाल

सरगुजा। सरगुजा जिले मे राजस्थान सरकार की खदान के लिए जमीनी कार्यवाही करने गई पुलिस पर कल रात से ही इकठ्ठा किए गए कुछ तत्वों ने हमला बोल दिया। हालांकि पुलिस की संयमित प्रतिक्रिया के चलते मामला संभल गया। इस दौरान पुलिस के कर्मियों को चोटें आई। भीड़ में से एक व्यक्ति को भी चोट आई है। चर्चा है कि, रायपुर स्थित तथाकथित अभियानकारी समय-समय पर सरगुजा जिले मे बाहरी लोगों को लाकर स्थानीयों और सरकार के विरुद्ध उपद्रव कराते रहते है।

मिली जानकारी के अनुसार, कल रात से ही पास के बिलासपुर और कोरबा जैसे जिले से लोगों को बुलाकर सुरगुजा मे आज अफरातफरी मचाकर तैयारी कर ली गई थी जिसमे आज महिलाओं को आगे कर अभद्र भाषा का उपयोग कर पुलिस को उकसाया गया और पीछे से पथराव कर दिया गया। पुलिस ने संयम बरतते हुए दंगाइयों की हरकतों को अनदेखा कर सरकारी काम मे बाधा ना पहुंचाने के लिए अनेक बार बिनती की। पुलिस आसूचना के अनुसार कुछ असामाजिक तत्व हथियार लेकर घूम रहे है। तस्वीरों में दिख रहा है की भीड़ तीर कमान लेकर पहुंची थी।

इस दौरान एक भीड़ से धकामुक्की के दौरान एक व्यक्ति को चोट लग गई। उनके तरफ से पथराव में घायल पुलिसकर्मीयों को अस्पताल ले जाने मे कुछ उपद्रवियों ने रुकावटे खड़ी करने का प्रयास किया। जिसके कारण पुलिस के एक दस्ते को लाठी चलानी पड़ी है। स्थानीय प्रशासन ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए शांति बनाए रखने के लिए बाहरी लोगों को अपने जिले मे लौट जाने के लिए अपील की है।

एक तबके का कहना है कि, हाल ही मे सरगुजा मे राजस्थान की सरगुजा स्थित केते इक्स्टेन्शन खदान को मिले भारी समर्थन के बाद विदेशी चंदे से लैस संगठन और भी आक्रामक हो गया है। राजस्थान सरकार को सरगुजा मे तीन खदाने आवंटित है जिसमे से सिर्फ पीईकेबी खदान 2013 से कार्यरत है जिसके चलते जिले मे करीब 10,000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा हुए है। स्थानीयों ने अनेक बार जिला और राज्य प्रशासन को बाहरी लोगों द्वारा राजस्थान की खदानों का विकास और अबाधितरूप परिचालन को रोकने के प्रयास के विरुद्ध ज्ञापन सौंपा है। एक तरफ इन खदानों का विरोध भी देखा जाता है।

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