भिलाई। दुर्ग पुलिस ने ऑनलाइन सट्टा के लिए फर्जी बैंक अकाउंट और सिम दिलवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में दो आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दरहसल आरोपियों द्वारा लोगों को पैसों का लालच देकर फर्जी बैंक खाता और सीम कार्ड सटोरियों को उपलब्ध करवाते थे। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी 2-4 हजार रूपये देकर लोगों से उनका दस्तावेज ले लेते थे। इस मामले में बड़ा खुलासा ये हुआ है कि, ये सभी खाते केनरा बैंक वैशाली नगर के टेम्पररी कर्मी द्वारा खोला जाता था। आरोपी सटोरियों को 40-50 हजार रूपये में फर्जी खातें और सीम की बिक्री करते थे। बताया जा रहा है कि, अब तक इन फर्जी एकाउंट्स से 8-9 करोड़ रूपये का लेन देन हो चूका है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी संतोष कुमार कोसरे उम्र 40 साल और कुणाल उर्फ कुनाल सोनी उम्र 26 साल के खिलाफ धारा 420, 34 भादवि के तहत कार्रवाई की गई है।

पुलिस ने बताया कि, प्रार्थी प्रियांशु निले द्वारा थाना उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराया की दो लोगों के द्वारा गुमराह कर प्रार्थी के नाम पर बैंक खाता खोलकर एवं उनके नाम का फर्जी सीम लेकर बड़ी मात्रा में रकम का लेन देन किया है। प्रार्थी के रिपोर्ट पर थाना सुपेला में धोखाधडी का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। सुपेला पुलिस द्वारा मुखबीर सूचना के आधार पर अरोपी संतोष कुमार कोसरे एवं कुणाल उर्फ कुनाल सोनी को घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपियों से पुछताछ करने पर बताये की प्रार्थी एवं अन्य आमजनों को 2000-4000 रूपये देकर गुमराह कर दस्तावेज लेकर फर्जी बैंक एकाउंट एवं उनके नाम का फर्जी सीम कार्ड लेकर उक्त खातो व सीम को अन्य व्यक्ति को 40-50 हजार रूपये में उपलब्ध कराते थें।
समस्त बैंक खाता के ट्रांजेक्शन का अवलोकन करने पर ऑनलाइन सट्टा में उपयोग कर करीबन 8-9 करोड़ रूपये का ट्रांजेक्शन करना पाया गया है। आरोपीगणों को आज गिरफ्तार कर रिमाण्ड में भेजा गया। आरोपी संतोष कुमार कोसरे केनरा बैंक वैशाली नगर में टेम्पररी कर्मी था। जो भोले भाले लोगो को गुमराह कर खाता खोलने का काम करता था। इस महत्वपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी सुपेला निरीक्षक राजेश मिश्रा, उनि अमित अंदानी, सउनि राजेश सिंह, प्र.आर. 1538 उपेन्द्र सिंह, आर. विकास तिवारी, विशाल सिंह, अजीत सिंह, विवेक सिंह का विशेष योगदान रहा।