विधानसभा में वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने Oyo होटल का उठाया मुद्दा, पूछा – “कब फूटेगा OYO का गुब्बारा… कहा – छत्तीसगढ़ के पर्यटन और धार्मिक स्थलों सहित शहर पर ओयो लगा रहा है “दाग”

भिलाई। वैशाली नगर विधायक ने रिहायशी इलाकों में बेतरतीब ओयो होटल का मामला विधानसभा में उठाया था। उनके अनुसार, किसी अनजान शहर में रूकने के लिए होटल ढूंढने भटकने की समस्याओं से छुटकारा दिलाने के लिए एक ऑनलाइन एप लांच हुआ जिसका नाम ओयो है, लेकिन जनसुविधा के लिए होटल व्यवसाय में उतरा ओयो अब कई शहरों, पर्यटन यहां तक कि धार्मिक स्थलों के लिए ऐसा गुब्बारा बना है जो कि जल्द फूटेगा।

आपको बता दें कि, छत्तीसगढ़ विधानसभा में बीते शुक्रवार को वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों और शहरों में पिछले कुछ वर्षों में नीति नियमों को दरकिनार कर ओयो को दी गई परमिशन और इन होटलों में हो रहे अनैतिक कार्यों पर कड़े अंकुश लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से लगातार ओयो द्वारा बुक किये गए रूम से जुड़ी वारदातों और अन्य कमरों में अवैध गतिविधियों की खबरें सामने आ रही हैं। लोगों का मानना है कि ओयो अब एक संदिग्ध रणनीति पर कार्य कर रहा है जो कि भारतीय संस्कृति पर सीधा कुठाराघात भी है।

उन्होंने कहा कि, प्रारंभिक समय में ओयो स्टार्ट-अप का ऐसा लबादा ओढ़े बाजार में उतरा था जो कि लोगों को कम बजट में होटल के कमरे प्रदान करता था। दस साल के भीतर दुनिया भर में सबसे बड़ी होटल श्रृंखला बनाने का स्वप्न लिए उड़ीसा के युवा रितेश अग्रवाल ने वर्ष 2013 में गुरुग्राम से ओयो कंपनी की स्थापना की, तब से ओयो लगातार पूरे संसार में तेजी से विस्तार करता रहा। ओयो का समर्थन करने वालों में सिकोइया कैपिटल इंडिया और लाइट्सपेड इंडिया पार्टनर्स भी शामिल हैं। भारत में ओयो की गिनती सबसे आशाजनक स्टार्ट-अप्स में से एक के तौर पर होती रही है मगर कुछ समय से लगातार ओयो से जुड़ी खबरें सामने आ रही हैं, जिनसे पता चला कि ओयो ने अपने साथ कुछ ऐसे होटलों को भी शामिल कर रखा है जो या तो बिना लाइसेंस वाले हैं या गेस्ट हाउस के कमरे हैं, यह चिंता का विषय है।

विधायक रिकेश सेन ने कहा कि आज हर शहर के तीसरी गली मोहल्ले में ओयो के रूम की सुविधाएं उपलब्ध होने के कारण इन रूम से होने वाली अवैध गतिविधियों को भी बढ़ावा मिल रहा है, ओयो के रूम घंटों के हिसाब से बुक हो रहे हैं, अपराधी होटल के कमरों का अनैतिक कार्यों में उपयोग कर पुलिस को भनक लगने से पहले ही निकल भागे हैं। कई बार अनमैरिड कपल्स भी इन रूम्स का गलत फायदा उठाते हैं और मर्डर तथा रेप जैसी वारदातें भी सामने आती रही हैं। लोग गलत कार्यों जैसे जुआ खेलना, शराब पीना आदि के लिए भी इन रूम्स का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि यह आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं।

सेन ने कहा कि जहां घंटों के हिसाब से रूम बुक होने लगे वहां नियम कायदों के परिपालन का आधार भी ढीला पड़ जाता है, नतीजतन आइडेंटिटी सहित लोकल लोगों का अचानक घंटे-दो घंटों के लिए रूम बुक कर पार्टी करना, नशाखोरी और अवैध मीटिंग कर निकल जाना आम बात है। अनेक मामलों में स्कूल कालेज कोचिंग बंक कर विद्यार्थी दोस्तों के साथ ओयो के कमरों का इस्तेमाल करते रहे हैं और यह सुविधा देने वाला ओयो धीरे धीरे अनैतिक कार्यों की ओर युवाओं के बढ़ते कदम में उत्प्रेरक भी साबित हो रहा है।

विधायक रिकेश सेन ने सदन में कहा कि पिछली सरकार ने छत्तीसगढ़ ओयो को ऐसा बुस्ट किया कि डॉ. रमन सिंह सरकार ने छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थल और धार्मिक स्थलों को जिस तरह सजा संवार कर सुंदर बनाया था वहां ओयो में हो रही गतिविधियां अब दाग लगा रही हैं। उन्होंने सरकार से जांच करवाने की मांग कि है कि पिछली सरकार ने छत्तीसगढ़ के सभी पर्यटन स्थलों पर ओयो होटल किसके संरक्षण में संचालित किए जा रहे थे, पांच वर्षों में हर पर्यटन स्थल पर ओयो में गैरकानूनी काम हुए हैं जिसकी तफ्तीश जरूरी है और वर्तमान में संचालित ऐसे सभी ओयो सेंटर की जांच कर इन्हें बंद किया जाना चाहिए क्योंकि एक से दो कमरों में भी गली मोहल्लों तक ओयो होटल खोल दिए गए हैं।

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