खाखी में दाग! न्यायधानी में शराब तस्कर से रिश्वत मांगते हेड कांस्टेबल का वीडियो वायरल… कुछ दिनों पहले ही महिला SI का भी आया था वीडियो; दोनों लाइन अटैच… पूर्व में रायपुर की महिला TI भी हो चुकी है ब्राइब लेते गिरफ्तार; देखिए Video

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार और रिश्वत मांगते का एक पुलिसकर्मी का वीडियो सामने आया है, जहां एक पुलिस हेड कांस्टेबल ने शराब तस्कर से रिश्वत की मांग करते हुए अपना असली चेहरा बेनकाब कर दिया। वायरल वीडियो में बिलासपुर के एक प्रधान आरक्षक ने शराब तस्कर से 50 हजार रुपये की डिमांड की, और फिर दस्तावेज़ों के लिए 10 हजार रुपये अलग से मांगे। यह मामला पुलिस के लिए शर्मिंदगी का कारण बना है, हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद प्रधान आरक्षक को लाइन अटैच कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि, वीडियो करीब एक महीना पुराना है, लेकिन सोशल मीडिया पर 16 नवंबर को वायरल हुआ।

रिश्वत की मांग करते हुए वीडियो हुआ वायरल
वीडियो में प्रधान आरक्षक अनिल साहू, जो बिल्हा थाना में तैनात थे, एक शराब तस्कर से कागजात के लिए पैसे की मांग करते हुए साफ तौर पर कह रहे हैं, “अगर तुम पैसे दोगे, तो दस्तावेज़ तैयार करूंगा। नहीं तो कुछ नहीं होगा।” उन्होंने यह भी कहा कि पहले आरोपी ने पैसे देने का वादा किया था, लेकिन वह अब तक नहीं आया। अब, इस प्रधान आरक्षक का कहना है कि दस्तावेज़ तभी तैयार होंगे जब उनकी मांग के अनुसार पैसे मिलेंगे। इतना ही नहीं, वीडियो में वह आरोपी से जब्त बाइक को राजसात न करने के बदले 50 हजार रुपये की डिमांड करते हुए सुनाई दे रहे हैं। शराब तस्कर ने वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसके बाद पुलिस विभाग में हलचल मच गई, और मामले की जांच शुरू की गई।

हेड कांस्टेबल हुआ लाइन अटैच
बिलासपुर ग्रामीण एएसपी अर्चना झा ने कहा है कि वायरल वीडियो की जानकारी मिलते ही प्रधान आरक्षक को लाइन अटैच कर दिया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। उनके मुताबिक, जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। यह मामला एक बार फिर पुलिस विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करता है।

5000 की मांग करते महिला SI का वीडियो भी हुआ था वायरल
बिलासपुर में ही 5 दिन पहले एक महिला एएसआई द्वारा रिश्वत मांगने का मामला सामने आया था, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। पीड़ित ने इस मामले की शिकायत बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह से की। शिकायतकर्ता के अनुसार, सिविल लाइन थाने में पदस्थ एएसआई संतरा चौहान ने उनके खिलाफ दर्ज मामले में चालान पेश करने के बदले 5000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। इस रिश्वत की मांग को लेकर पीड़ित ने एक माह पहले ही एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत दर्ज करवाई थी। ब्यूरो के अधिकारियों ने शिकायत की जांच करने के लिए पर्याप्त सबूत प्रस्तुत करने की बात कही थी और पीड़ित को रिश्वत की मांग का वीडियो या ऑडियो सबूत बनाकर लाने को कहा था। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसपी रजनेश सिंह ने एसआई संतरा चौहान को लाइन अटैच कर दिया है। उन्होंने मामले की विभागीय जांच करने के आदेश भी दिए हैं। सिविल लाइन CSP निमितेश सिंह को इस मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट मिलने पर एसआई के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।

कुछ महीनों पहले रायपुर में महिला TI हुई थी रिश्वत लेते गिरफ्तार

कुछ महीनों पहले रायपुर की एक महिला इंस्पेक्टर को ACB ने घूस लेते पकड़ा था। महिला अफसर को टीम ने कैश लेते हुए रंगे हाथों अरेस्ट किया था। दहेज की शिकायत दर्ज करने और कार्रवाई करने के एवज में TI वेदवती दरियो ने रिश्वत मांगी थी। मामला रायपुर के महिला थाने का था। इस थाने की प्रभारी टाउन इंस्पेक्टर (TI) वेदवती दरियो ACB की कार्रवाई में ट्रैप हो गईं। वे 20 हजार रुपए लेते हुए अपने थाने में बैठी थीं, तभी एंटी करप्शन ब्यूरो के अफसरों ने उसे पकड़ लिया।

क्या होगी सख्त कार्रवाई?
बिलासपुर के इस घटनाक्रम ने एक बार फिर सवाल उठाए हैं कि क्या पुलिस विभाग इस तरह के भ्रष्टाचार पर पूरी सख्ती से कार्रवाई करेगा या फिर मामले को दबा दिया जाएगा? लोगों का कहना है कि अगर हर स्तर पर इस तरह के भ्रष्टाचार को रोका नहीं गया, तो आम जनता का पुलिस पर से विश्वास उठ सकता है। वीडियो वायरल होने के बाद अब यह देखना होगा कि विभाग इस मामले में किस तरह की कार्रवाई करता है। क्या यह महज एक लोक-लाचारी होगी, या फिर पुलिस के उच्चाधिकारियों द्वारा इसे गंभीरता से लेकर भ्रष्टाचार पर कड़ी चोट की जाएगी?

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