भिलाई। कहते हैं महिलाओं की क्षमता को नजरअंदाज करके समाज की कल्पना करना व्यर्थ है , इस वाक्य का प्रत्यक्ष प्रमाण कल के कार्यक्रम में देखने को मिला।अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर निरंतर 20 वर्षों से सुभद्रा सिंह द्वारा महिलाओं का सम्मान किया जाता रहा है। इस साल भी उनके नेतृत्व में भव्य कार्यक्रम हुआ। आयोजन में हजारों संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं। इसका शुभारंभ माता की प्रतिमा पर पुष्प माला अर्पण कर किया गया। अतिथियों ने छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा देते हुए लोकगीत का आनन्द लिया। सुभद्रा ने सामाजिक व उत्कृष्ट प्रतिभाओं वाली महिलाओं का सम्मान पुष्पमाला, शॉल व मोमेंटो भेंटकर किया गया। ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ नारे से अलग उत्साह दिखा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रतिमा चंद्राकर सुभद्रा दो वर्षों से आयोजन करा रही है, इसका लाभ एक दिन जरूर मिलेगा। विशिष्ट अतिथि डॉ. रश्मि भूरे ने बधाई देते कहा कि मंच पर 3000 से अधिक महिलाएं की मौजूदगी सफलता को दर्शाता है।इसमें तृतीय लिंग की अध्यक्ष गुरु पूजा मौसी भी उपस्थित रही। इनमे पूजा ने कहा, प्रथम बार हमारे समुदाय को सम्मानित करने से गौरवान्वित हुई हूं।
इसमें ये हुईं सम्मानित:-
वकील नीता जैन, सरिता साहू, डॉ. गुलाटी, अभिनेत्री जागेश्वरी मेश्राम, रचना झा, उर्वशी साहू, रुखसाना बेगम सहित महिला पार्षदों में मालती ठाकुर, मीरा बंजारे, अंजू सिन्हा, डी सुजाता व ब्लाक अध्यक्षों सहित 101 महिलाओं का मोमेंटो देकर सम्मान किया गया। उर्वशी साहू ने लोक नृत्य की प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम में तुलसी पटेल, दिनशा तुमाने, पूर्व पार्षद रक्षा साहू, सरिता परगनिया, सरिता पांडे, नीलू लीमेष, वड़ानी, रेनू चंद्राकर, रत्ना नारंगदेव, राजू चंदा, उषा पांडे, चित्रलेखा देवांगन, टी जानकी आदि की उपस्थिति रही।
सुभद्रा सिंह के कार्यक्रम में पहुंची हजारों महिलाएं: समाज के लिए बेहतरीन काम करने वाली महिलाओं का किया सम्मान…प्रतिमा चंद्राकर ने कहा-सुभद्रा को एक दिन जरूर मिलेगा सेवा का प्रतिफल
