रिसाली में योग लंगर: योग दिवस पर हर दिन योग करने का संकल्प…पद्मश्री डॉ. राधेश्याम बारले हुए शामिल, बोले-पंथी नृत्य में भी 27 योगासनों का समावेश

भिलाई। विश्व योग दिवस के अवसर पर दशहरा मैदान रिसाली में योग लंगर समिति द्वारा उत्साहपूर्वक योग दिवस मनाया गया। योग लंगर समिति द्वारा रोजाना दशहरा मैदान में योगाभ्यास कराया जाता है। जिसमें सैकड़ों लोग रोज शामिल होते हैं। विश्व योग दिवस पर आयोजित योगाभ्यास में बतौर मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ. राधेश्याम बारले शामिल हुए।

जिन्होंने पंथी लोकनृत्य में देश विदेश में छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है। अपने उदबोधन में योग और नृत्य का तालमेल बताते हुए कहा कि पंथी नृत्य में भी 27 योगासनों का समावेश है। स्वस्थ जीवन के लिये योग का महत्व रेखांकित किया। उनका सम्मान योग लंगर प्रार्थना देकर किया गया। विद्या निकेतन के छात्रों को भिलाई स्टील संयंत्र द्वारा योग में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रमाणपत्र दिया गया।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयुष मंत्रालय द्वारा निर्देशित प्रोटोकॉल के तहत योगासनों का सत्र आयोजित किया गया। जिसमें योग लँगर के सदस्यों के अलावा आस-पास के नागरिक भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

योग लंगर के प्रशिक्षकों को भी पायोनियर मॉन्युमेंट में आयोजित योग सत्र में सांसद विजय बघेल द्वारा प्रमाणपत्र देकर सन्मानित किया गया। वहीं आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल नगपुरा में भी योग लंगर द्वारा योग कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें 150 छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। ये आयोजन इंटरनेशनल नेचुरोपैथी ऑर्गनाइजेशन के साथ मिल कर सम्पन्न किया गया। कार्यक्रम का संचालन मंजू चंदेल ने किया।


योग लंगर परिसर में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता राधेगोविंद बाजपेयी ने की। आयोजन की सफलता में पार्षद धर्मेन्द्र भगत, सांसद प्रतिनिधि दीपक पप्पू चन्द्राकर, अध्यक्ष गन्नूलाल रजक, सचिव प्रवीण चोपड़ा, प्रशिक्षक आशीष चतुर्वेदी, शिवा छाबड़ा, मोहन देशमुख, मेघनाथ चन्द्राकर,परम् बिरदी, अविचल ताम्रकर, आंचल, बबली त्रिपाठी, बबिता, मेघना, गीता सिंग का योगदान रहा। ये जानकारी योग लँगर के संस्थापक अशोक माहेश्वरी ने प्रदान की।