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घर के बाहर इयर फोन लगाना जानलेवा: भिलाई में रेलवे ट्रैक पार कर रहे युवक की इसी लत की वजह से चली गई जान… ट्रेन से जबरदस्त टक्कर के बाद 100 फिट…

घर के बाहर इयर फोन लगाना जानलेवा: भिलाई में रेलवे ट्रैक पार कर रहे युवक की इसी लत की वजह से चली गई जान… ट्रेन से जबरदस्त टक्कर के बाद 100 फिट…

  • शशांक दोस्तों के साथ दुर्ग से घूमने आया था भिलाई
  • ट्रैन की चपेट में आया, 100 फीट दूर गिरा युवक
  • अस्पताल में इलाज के दौरान मौत
  • अक्सर इयर फोन लगाया रहता था मृतक
  • मंझले भाई की भी सड़क हादसे में हुई थी मौत

भिलाई। भिलाई में इयर फोन लगा कर गाना सुनना 33 साल के युवक के लिए जानलेवा साबित हुआ है। दरहसल ट्रैन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई है। युवक की पहचान दुर्ग के कसारीडीह निवासी शंशांक दास के रूप में हुई है। शशांक को ट्रैन ने इतना जबरदस्त टक्कर मारा कि वो हवा में उछलकर करीब 100 फिट दूर गिरा। घायल अवस्था में उसे हॉस्पिटल ले जाया गया। इलाज के दौरान शशांक की मौत हो गई। उसके दोस्तों ने बताया कि, “हादसे के पहले शशांक को हम आवाज दे रहे थे पर इयर फोन कान में लगे होने की वजह से उसे सुनाई नहीं दिया। वो हमेशा एक कान में इयर फोन लगाकर रखता था।”

बताया जा रहा है कि, शशांक अपने दोस्त प्रियंक तिग्गा और भोजराज बघेल के साथ बुधवार दोपहर भिलाई की ओर घूमने निकला था। प्रियदर्शनी परिसर अंडरब्रिज के पास गाड़ी खड़ी करके रेलवे ट्रैक के उस पार चाय और सिगरेट पीने बैठे थे। चाय सिगरेट पीने के बाद दोपहर डेढ़ से दो बजे के बीच वो लोग रेलवे ट्रैक पार करके फिर से अंडर ब्रिज की ओर नीचे उतर रहे थे। प्रियंक और भोजराज रेलवे ट्रैक पार कर चुके और शशांक आ रहा था। तभी उन्होंने देखा कि एक ट्रेन काफी स्पीड में आ रही है। उन लोगों ने शशांक को काफी आवाज लगाई लेकिन वो नहीं सुना और ट्रेन के किनारे का हिस्सा उसके पीछे से टकराया। इससे वो हवा में उछला और दूर जा गिरा। उसे काफी गहरी चोटें आई। दोस्तों ने तुरंत एंबुलेंस को बुलाकर उसे नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां उसने दम तोड़ दिया।

शशांक के बड़े भाई ने बताया कि उसकी कुछ साल पहले ही शादी हुई थी। उसको एक साल की बच्ची है। दुर्घटना में उसकी मौत होने से मासूम बच्ची अनाथ हो गई। शशांक के जाने से घरवालों को रो-रोकर बुरा हाल था। उसके शव को पीएम के लिए लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले जाया गया। यहां देर शाम पीएम के बाद शव परिजनों के हवाले किया गया। शशांक तीन भाईयों में सबसे छोटा था। वो ठेका पर काम करता था। उसके बड़े भाई ने बताया कि एक साल पहले ही उनके मंझले भाई की पाटन रोड में सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी है। शशांक भी दुर्घटना का शिकार हो गया। तीन भाइयों में अब सबसे बड़े भाई के कंधे में घर परिवार की सारी जिम्मेदारी आ गई है।


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