भिलाई। भिलाई के प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा सेक्टर 7 स्थित अंतर्दिशा भवन परिसर में विशाल पर्वत श्रृंखला में बनी द्वादश ज्योतिर्लिंग दर्शन यात्रा झांकी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। जिसमे पहाड़ो पर बनी गुफाओं से होते हुए द्वादश ज्योतिर्लिंग के दिव्य दर्शन होते हैं। इसके पश्चात राजयोग चित्र प्रदर्शनी में सभी को सर्वोच्च सत्ता के सुंदर मॉडल द्वारा समझाया जा रहा है। जिसमें एक व्यक्ति गुरु की भक्ति करता है, गुरुजी हनुमान जी की भक्ति करते हैं और हनुमान जी प्रभु श्री राम जी की भक्ति करते हैं। तथा प्रभु श्री राम जी ने भी रामेश्वरम में शिव जी की आराधना कर उन्हें प्रसन्न किया, अर्थात सर्वोच्च सत्ता परमात्मा शिव है जिन्हें ज्योतिर्लिंग के रूप में पूरे भारत ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व में सभी धर्मो में लोग उन्हें याद करते हैं।
झांकी अवलोकन के पश्चात सभी मेडिटेशन रूम में राजयोग का अभ्यास कर विशाल शिवलिंग पर अपनी कमी कमजोरियों को अर्पण कर रहे है। द्वादश ज्योतिर्लिंग झांकी को देखने के लिए आईआईटी भिलाई के डायरेक्टर प्रोफेसर राजीव प्रकाश, कॉमर्स गुरु डॉ संतोष राय, स्वयं सिद्धा ग्रुप की डायरेक्टर सोनाली चक्रवर्ती तथा भिलाई इस्पात संयत्र के ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र बंछोर, महासचिव परविंदर सिंह, उपाध्यक्ष तुषार सिंह सहित भिलाई शहर के गणमान्य नागरिकों ने इस द्वादश ज्योतिर्लिंग दर्शन यात्रा झांकी का दर्शन लाभ प्राप्त किया।
कल अंतिम दिन
झांकी का कल अंतिम दिन रहेगा जिसका समय प्रातः 8 से 11:00 तक तथा संध्या 5 से रात्रि 10:00 बजे तक रहेगा। मंगलवार दिनांक 12 मार्च से 10 दिवसीय निशुल्क “मन की शांति जीवन की शक्ति” राजयोग मेडिटेशन शिविर का आयोजन किया गया है, जिसका समय प्रातः 7 से 8 अथवा संध्या 5:30 से 6:30 तथा 7:30 संध्या 8:30 बजे तक रहेगा जिसमें से किसी भी एक समय शहर वासी लाभ ले सकते हैं।