पोर्न की लत में हैवान बना 13 साल का लड़का: छोटी सगी बहन का किया रेप… मां के सामने घोंटा गला… जुर्म को छिपाने मां और दो बड़ी बहनों ने दिया साथ

पोर्न की लत में हैवान बना 13 साल का लड़का

क्राइम डेस्क। मध्यप्रदेश के रीवा से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. 13 साल के लड़के ने पोर्न देखने के बाद अपनी बहन का बलात्कार किया और फिर पकड़े जाने के डर से उसे बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया. इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह कि आरोपी को बचाने के लिए मां ने अपराध पर पर्दा डालने की कोशिश की. पुलिस की लगातार पूछताछ के बाद आरोपी परिवार वालों ने हकीकत बयां की.

रेप के बाद गला घोंट कर हत्या
पुलिस ने बताया कि मध्यप्रदेश के रीवा में नौ साल की लड़की के साथ उसके 13 साल के भाई ने रेप किया. मोबाइल फोन पर पोर्न देखने के बाद उसका यौन उत्पीड़न किया और पकड़े जाने के डर से उसने बहन का गला घोंट दिया. जांच में सामने आया कि इस जघन्य घटना को छिपाने में उसकी मां और दो बड़ी बहनों ने आरोपी की मदद की थी.

पुलिस का चौंकाने वाला खुलासा
पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह के मुताबिक 24 अप्रैल को जवा थाना क्षेत्र में नौ साल की लड़की के साथ रेप किया गया और उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी गई. घटना के समय पीड़िता घर के आंगन में सो रही थी. 13 वर्षीय लड़के, उसकी मां और 17 और 18 साल की दो बड़ी बहनों को लंबी पूछताछ के बाद हिरासत में लिया गया. इस दौरान उन्होंने घटना को छिपाने में मदद करने की बात स्वीकार की.

मां के सामने किया कत्ल
पूछताछ में पता चला कि लड़का उस रात पीड़िता के बगल में सोया था और उसने अपने मोबाइल फोन पर पोर्न देखने के बाद उसके साथ रेप किया. जब पीड़िता ने अपने पिता से शिकायत करने की धमकी दी तो लड़के ने उसका गला घोंट दिया. इसके बाद उसने अपनी मां को जगाया और उसे घटना के बारे में बताया. जब उसने अपनी बेटी को जीवित पाया तो लड़के ने फिर से उसका गला घोंट दिया.

परिवार ने आरोपी को बचाने की कोशिश की
उन्होंने कहा कि लड़के और उसके आरोपी परिवार के सदस्यों को हिरासत में लेकर कानूनी कदम उठाए जा रहे हैं. आरोपी के परिवार वालों ने दावा किया था कि लड़की को किसी जहरीले कीड़े ने काट लिया था. वे उसके शव को एक निजी डॉक्टर के पास भी ले गए थे. लेकिन मना करने पर, वे उसके शव को एक सरकारी डॉक्टर के पास ले गए, जिसने रेप और हत्या को उसकी मौत का कारण बताया.

50 लोगों से पूछताछ
पुलिस को घर में किसी के घुसने का कोई संकेत नहीं मिला और परिवार ने भी ऐसी कोई आवाज सुनने से इनकार किया. साक्ष्य जुटाने और 50 लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस को परिवार के सदस्यों के बयानों में बार-बार बदलाव देखने को मिला. शक के बिनाह पर उनसे गहन पूछताछ की गई, जिसके बाद उन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया.