भिलाई। दुर्ग पुलिस ने ऑनलाइन डेटिंग साइट के नाम पर ठगी करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया हैं। इस मामले में मास्टरमाइंड पुलिस ने 5 लोगों को अरेस्ट किया है। गिरफ्तार आरोपी में 3 युवती और 2 युवक शामिल है। ये मामला पद्यनाभपुर थाना क्षेत्र का है। ऑन डेटिंग साइट में रिजिस्ट्रेशन के नाम पर धोखाधड़ी के मामले का खुलासा दुर्ग पुलिस ने किया है।
इस मामले में आरोपियों द्वारा मिनी कॉल सेन्टर्स का संचालन किया जा रहा था। लिंकिंग अर्थ टेक सॉल्यूशन एंड क्लाउड डाटा सॉल्यूशन के नाम से कंपनी बनाकर सफेद पोस सामान्य कॉल के अलावा इस कम्पनी के बैनर तले डेटिंग कॉलिंग का कार्य के नाम पर होता था फ्रॉड।
- लाखों की संख्या में पूरे देश में दोनों कम्पनियों से मैसेज ब्लास्ट के द्वारा भेजते थे लुभावने मैसेज। 01 पुरुष एवं 01 महिला आरोपी गिरफ्तार।
- एन्टी क्राईम एण्ड सायबर यूनिट दुर्ग व थाना पद्यनाभपुर की संयुक्त कार्यवाही।
पुलिस के अनुसार, दिनांक 08.03.2023 को प्रार्थी सोनिर कुमार चन्द्रा पिता उम्र 40 वर्ष निवासी आनंद विहार फेस 02 थाना पचमनाभुर जिला दुर्ग थाना उपस्थित होकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 23.09.2022 को मेरे मोबाइल पर एकांश मोटर्स के नाम से एक एस. एम. एस. आया जिसमे, am jaceny please call me (Truly Priveey Genvine) Regards Ekansh moters फिर उसका कॉल आया और मुझे रजिस्ट्रेशन के नाम पर 2149/- रुपये लिया एवं आई.डी. बना कर मिटिंग करवाने के नाम पर 3999/- रूपये लिया उसके बाद से आज दिनांक तक अलग-अलग नम्बरों से कॉल कर पैसा रिफण्ड करने के नाम पर विभिन्न बैंक खातों में किस्तों में लगभग 11 लाख रूपये लेकर धोखाधड़ी कर लिये है कि रिपोर्ट पर थाना पथमनाभपुर में अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 20/2023 धारा 420 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
उक्त घटना को अत्यंत गंभीरता से लेते हुये पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव (भा.पु.से.) के द्वारा अज्ञात आरोपियों की शीघ्र पतासाजी कर गिरफ्तारी करने हेतु निर्देश प्राप्त हुये, जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय ध्रुव (रा.पु.से.), नगर पुलिस अधीक्षक (दुर्ग) वैभव बैंकर (भा.पु.से.), उप पुलिस अधीक्षक (सायबर) प्रभात कुमार (भा.पु.से.) उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) राजीव शर्मा (रा.पु.से.) के मार्गदर्शन में एवं ए.सी.सी. यू. प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा व थाना प्रभारी पद्यमनाभपुर निरीक्षक राजीव तिवारी के नेतृत्व में ए.सी.सी.यू. एवं थाना पद्यमनाभपुर की एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया था।
टीम द्वारा प्रार्थी से संपर्क स्थापित करते हुए अपराध से संबंधित एसएमएस, मोबाईल नम्बर, खाता डिटेल एवं अन्य सभी जानकारियाँ प्राप्त कर उनकी जानकारी फ्रॉड कॉलिंग मोबाईल नम्बर, फ्रॉड, बैंक खाता बैंक स्टेटमेंट संबंधित नोडल अधिकारी से प्राप्त कर उनका सूक्ष्मता से अवलोकन किया गया। फॉड कॉलर मोबाईल नम्बरों एवं बैंक स्टेटमेंट के अवलोकन के आधार पर फ्रॉड कॉलरों के गिरोह की उपस्थित एवं अपराधिक कार्य स्थल कोलकाता पश्चिम बंगाल से किया जाना सुनिश्चित की गयी। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम निरीक्षक राजीव तिवारी नेतृत्व में कोलकत्ता के लिए रवाना की गयी।
टीम द्वारा संभावित स्थल जहाँ से अपराधिक कॉल किये जा रहे थे उन स्थलों का सूक्ष्मता से रेकी कर गिरोह के सदस्यों को चिन्हांकित करते हुए उनके संबंध में जानकारी एकत्र की गयी। जिसमें यह ज्ञात हुआ कि फ्रॉड कॉल कार्य 02 पुरुष एवं 03 महिलाओं के द्वारा संगठित रूप से सर्वे पार्क संतोषपुर एवं जाघवपुर “से अंजाम दिया जा रहा है। तउपरांत टीम द्वारा स्थानीय पुलिस के सहयोग से सौम्य ज्योतिदास को सर्वे पार्क संतोषपुर में मिनी कॉल सेंटर संचालित करते हुए घेराबंदी कर पकड़ा गया एवं एक प्रिया मण्डल को जाधवपुर स्थित उसके मकान में घेराबंदी कर पकड़ा गया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी सौम्य ज्योतिदास, प्रिया मण्डल द्वारा पुलिस को गुमराह करते रहे किन्तु सघन एवं तकनीकी रूप से पूछताछ करने पर अपना अपराध करना स्वीकार किया।
आरोपियों द्वारा घटना को अंजाम देने की प्रक्रिया में बताया कि कंपनी द्वारा एसएमएस बाम्बिंग के माध्यम से स्थानीय व्यक्तियों को एसएमएस भेजा जाता है जिन्हें एसएमएस भेजा जाता है उनके द्वारा रिस्पांस किये जाने पर डेटिंग साईटों के माध्यम स्थानीय मित्र बनाने का प्रलोभन देते हुए उनसे स्थानीय पिन कोड प्राप्त करते हुए। गूगल के माध्यम से स्थानीय जगहों की जानकारी लेकर प्राथियों को प्रदान की जाती है एवं रजिस्ट्रेशन प्राइवेसी, डेटिंग मीटिंग, सिल्वर कार्य, गोडार्ड प्लेटिनम कार्ड एवं ग्रीन कार्ड मेम्बरशीप, लेट फीस के नाम पर प्राथियों से शुल्क जमा कराकर धोखाधड़ी की जाती थी। आरोपियों की निशानदेही पर अपराध में सम्मिलित कॉलिंग नम्बर एवं मोबाईल फोन एवं एंड्रायड मोबाइल जिससे वहाट्सअप नम्बर जिससे फ्रॉड कॉल किया जा रहा या बरामद किया गया। अग्रिम कार्यवाही थाना पद्मनामपुर से की जा रही है।
उक्त कार्यवाही में थाना पद्मनाभपुर से निरीक्षक राजीव तिवारी, सउनि विनय रजक, आरक्षक दुष्यंत याना मोहन नगर से महिला आरक्षक थाना पुलगांव से प्र. आर. संतोष मिश्रा एवं एन्टी क्राईम सायबर युनिट से सउनि शमित मिश्रा, प्र. आर. चंद्रशेखर अंजीर, विजय शुक्ला, आरक्षक प्रदीप राजपूत, रिकू सोनी, विक्रांत यदु अभय राय, जावेद हुसैन, फारूख की उल्लेखनीय भूमिका रही।
गिरफ्तार आरोपी के नाम :-
- सौम्य ज्योतिदास पिता रजनीकांत वास, उम्र 23 वर्ष, निवासी बडोली मोहननपुर पश्चिम बंगाल, हाल मुकाम संतोषपुर कोलकाता
- प्रिया मण्डल पिता निर्मल मण्डल उम्र 27 वर्ष निवासी 2 नबंर जोधपुर कॉलोनी, कोलकाता