भिलाई। ये जिंदगी दोबारा नहीं मिलेगी…। फिर भी लोग नहीं समझते। छोटी-छोटी बातों पर इतना माइंड कर ले रहे हैं कि खुदकुशी जैसे कदम उठाकर जिंदगी खत्म कर ले रहे हैं। जबकि, जिंदगी में सफलता के साथ-साथ असफलता भी आती है। इन कठिनाई भरी जिंदगी में ऐसे मौकों से निकलना ही असल जिंदगी है। जितने भी सफल इंसान है दुनिया में, सबने एक न एक बार असफलता भी देखी है।

आज इन बातों का जिक्र इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि, आज एक ही दिन में दुर्ग जिले में खुदकुशी के तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए गए। यानि कि तीन लोगों ने फांसी लगाकर जिंदगी को खत्म कर ली। एक बोरसी तो दो युवक एक ही गांव मोहलई-भाठागांव के रहने वाले हैं।

हालांकि, इन दोनों युवकों का संबंध अलग-अलग है। इत्तेफाक कह सकते हैं कि एक ही दिन दोनों ने खुदकुशी की है। गांव के दो युवकों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है। खबर लगने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर उसे पीएम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच नमें लिया है।

क्या-कुछ है तीनों मामला, समझिए…
- पत्तल बनाने का काम करता था युवक: दुर्ग कोतवाली पुलिस ने बताया की ग्राम मोहलाई भाटापारा निवासी देवदीप राजपूत 25 वर्ष अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली मृतक दोना पत्तल बनाने का काम करता था। मृतक बीते 10-12 दिनों से चुपचाप रहता था। लेकिन युवक के आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। घटनास्थल से पुलिस को सुसाइडल नोट तक नहीं मिला है।

- युवक ने फांसी लगाकर दे दी जान: वहीं दूसरी घटना भी इसी गांव का है। जहां नागेश पटेल 21 वर्ष ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। गांव में हुए दो जवान युवकों के आत्महत्या के बाद मातम पसरा हुआ है। दोनों युवकों का आत्महत्या करना समझ से परे है। फिलहाल पुलिस जांच के बाद ही इसे लेकर कुछ कह पाएगी। दोनो का अंतिम संस्कार ग़मगीन माहौल में गाँव मे किया गया है।

- घर में विवाद: सुसाइड करने वाला तीसरे युवक का नाम योगेंद्र साहू है। 28 वर्षीय योगेंद्र ने घर पर खुदकुशी की है। एक दिन पहले घरेलू विवाद की खबरें आ रही है। बोरसी बस्ती, मानस भवन दुर्ग का रहने वाला था। घर में एक बच्चा और पत्नी है।
