भिलाई। पिछले साल की तरह इस वर्ष भी 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा मे टॉप करने वाले बच्चों मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार कल हेलीकॉप्टर की सैर करायी जायेगी। खुद शिक्षा मंत्री भी प्रतिभावान छात्रों का उत्साह बढ़ाने हेलीकॉप्टर की सैर करायेंगे। दसवीं और बारहवीं के टॉपर्स स्टूडेंटस को शनिवार सुबह 7 बजे रायपुर के पुलिस लाइन हेलीपैड से हेलीकॉप्टर राइड कराया जाएगा। इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुख्यमंत्री निवास में सभी टॉपर स्टूडेंटस को डेढ़-डेढ़ लाख रू की प्रोत्साहन राशि भी देंगे।

छत्तीसगढ़ बोर्ड मे टॉप किए 88 स्टूडेंटस को कुल 15 राउंड में हेलीकॉप्टर की राइड पूरा कराए जायेगी। टॉपर स्टूडेंट्स के साथ शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम भी हेलीकॉप्टर राइड करेंगे। बता दे लगातार ये दूसरा वर्ष होगा जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप सभी टॉपर स्टूडेंटस को हेलीकॉप्टर राइड कराया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि आसमान छूने की ख्वाहिश रखने वाले बच्चों के जाय राइड का हवाई रास्ता उस समय खुल गया, जब मुख्यमंत्री प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के रघुनाथ नगर में भेंट मुलाकात कार्यक्रम में पहुंचे। यहां स्वामी आत्मानंद स्कूल की एक छात्रा स्मृति ने मुख्यमंत्री से हेलीकाप्टर में बैठने की इच्छा प्रकट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तुम बारहवीं में टाप करोगी तब तुम्हें हेलीकाप्टर में बिठाएंगे। स्मृति ने उसी दिन बैठने की इच्छा मुख्यमंत्री से जाहिर की और इस बच्ची की खुशी के लिए मुख्यमंत्री ने तुरंत ही उसे जाय राइड कराने निर्देशित किया। मुख्यमंत्री ने दसवीं और बारहवीं में प्रावीण्य सूची में आए विद्यार्थियों को हेलीकाप्टर में सैर कराने की घोषणा भी की।

पिछले साल 125 छात्र-छात्राओं को जाय राइड कराई गई थी। उस समय हेलीकाप्टर से राइड करने वाले बच्चों का उत्साह अद्भुत था। नारायणपुर के अबूझमाड़ में रहने वाली विशेष पिछड़ी जनजाति के छात्र देवानंद कुमेटी की बात करें। देवानंद ने पिछले साल जाय राइड की थी तब उसने बताया था कि मैं जहां रहता हूँ वहां इतना घना जंगल है कि यहां पर सूरज की किरणें भी नहीं पहुंचती। ऐसे में बहुत ऊंचाई से पेड़ों को देखना अद्भुत अनुभव था।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जब भी भेंट मुलाकात पर जाते हैं वे स्कूली बच्चों से चर्चा करते हैं। इस दौरान उनसे बच्चों ने यह भी पूछा था कि आसमान से हमारा शहर कैसा दिखता है।

आसमान में उड़ने, आसमान से नीचे दूर तक फैली जमीन को निहारने की बालसुलभ इच्छा मुख्यमंत्री ने पूरी की और इसके लिए ही स्वामी आत्मानंद मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना के माध्यम से प्रावीण्य सूची में आये बच्चों के जाय राइड की योजना बनाई।

