केडिया डिस्टलरी के स्टाफ बस हादसे के बाद निको कंपनी के स्टाफ बसों पर उठ रहे सवाल: बिना स्टाफ परमिट के पुराने स्कूल बसों में सफर कर रहे कर्मचारी… क्या कुम्हारी जैसे किसी और हादसे का इंतजार?

रायपुर। दुर्ग के कुम्हारी में मंगलवार रात्रि केडिया डिस्टिलरी स्टाफ बस के साथ बहुत दुखद घटना हुआ है। जिसमे 12 लोगों की मौत और कई लोग गंभीर रूप से घायल है। अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि, क्या बस पुरे तरीके से रोड में चलने के लिए फिट थी? दुर्ग और रायपुर जिले के रहने वाले कई कंपनियों के स्टाफ अपनी जान जोखिम में रखकर कंपनी द्वारा दिलाई जाने वाली बसों में आना जाना करते है। जिसका माप दंड सही है या नही इसकी सही तरीके से जांच नहीं हो पाती है।

सूत्रों से मिली जानकारी मिली है कि, रायपुर शहर के एक बड़ी कंपनी में कुछ ऐसा ही हो रहा जहां पर उनके स्टाफ को लाने ले जाने के लिए जिन बसों का उपयोग किया जा रहा है वो सारी बसें ना ही स्टाफ बस है और ना ही सुरक्षा की दृष्टि से सही है। ये कंपनी अपने स्टाफ को लाने ले जाने के लिए दस से पंद्रह साल पुरानी स्कूल बस और अन्य बसों का उपयोग कर रही है। जिसकी किसी भी प्रकार से कोई भी जांच प्रशासन नही कर रही है मोटर व्हीकल एक्ट के तहत स्टाफ बसों के चलाने के लिए और स्टाफ की सुरक्षा के लिए अलग-अलग नियम कायदे है, जिसको देखने वाला कोई नही है, जिस कारण इतने बड़े प्रतिष्ठित कंपनी में किसी भी प्रकार की पुरानी बसों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

जिसमे कई बसों में ना तो स्टाफ परमिट है और ना ही कई बसों का फिटनेस है। कंपनी में चलने वाले बसों को शासन द्वारा स्टाफ परमिट ईशु किया जाता है जो की प्राइवेट सर्विस व्हीकल के नाम से रजिस्टर्ड होता है। जिसका तिमाही टैक्स 450 से 600 तक प्रति सीट हर तिमाही में पटाया जाता है। आरोप है कि, जिसको बचाने के लिए नीको इंडस्ट्रीज और रिलायंस ट्रेवल्स द्वारा शासन की टैक्स चोरी करते हुए अपने स्टाफ की जान को जोखिम में डालते हुए ऐसे स्कूल बसों में जो की 15 साल पुरानी है जो की परिवहन विभाग द्वारा कंडम मानी जाती है ऐसे बसों से नीको कंपनी अपने कर्मचारियों को लाना ले जाना करती हैं।

ये खबर रायपुर के न्यायप्रिय एवं कल रात कुम्हारी की भीषण बस दुर्घटना से व्यथित एक नागरिक के द्वारा मुहैया कराई गई जानकारी के अनुसार लिखी गई है। हम किसी कंपनी के खिलाफ नहीं है, लोकतंत्र के चौथे स्तंभ होने के नाते हमारा कर्तव्य है कि हम लापरवाही के लिए आवाज उठाए और ऐसे किसी लापरवाही की वजह से कल जैसे जानलेवा दर्दनाक सड़क हादसे दुबारा न हो ये सुनिश्चित करें।