इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए सेकंड काउंसलिंग संपन्न: भिलाई का रूंगटा R-1 इंजीनियरिंग कॉलेज बना छात्रों की फर्स्ट चॉइस… प्रदेश के 26 प्राइवेट Engr. कॉलेजों में इसी महाविद्यालय की सभी सीट हाउसफुल; जानिए बाकि कॉलेजों का हाल

भिलाई। छत्तीसगढ़ प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए चल रही काउंसलिंग के तहत तकनीकी शिक्षा संचालनालय ने गुरुवार को द्वितीय चरण की सीटों का आवंटन जारी कर दिया। इस काउंसलिंग में प्रदेश के तीनों सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों और तकनीकी विश्वविद्यालय सीएसवीटीयू की सभी सीटें फुल हो गई हैं। इसके अलावा निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों की सूची में सिर्फ भिलाई के रूंगटा आर-1 इंजीनियरिंग कॉलेज (संतोष रूंगटा ग्रुप ऑफ कॉलेज) की शतप्रतिशत सीटें अलॉट हुई हैं। द्वितीय चरण काउंसलिंग में रूंगटा आर-1 इंजीनियरिंग कॉलेज की 164 सीटें शामिल हुई थी, जिनमें सबसे पहले आवंटन हुआ। इस तरह अब रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज में एक भी सीट रिक्त नहीं है।

कॉलेज की सभी 1458 सीटें अलॉट हो गई हैं। रिकॉर्ड एडमिशन देने वाले निजी कॉलेजों में बीआईटी दुर्ग इस साल दूसरे स्थान पर आ गया है। यहां की 168 सीटें द्वितीय चरण की काउंसलिंग में शामिल की गई थीं, जिसमें अभी 10 सीटें रिक्त हैं। इसके अलावा शंकराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी रायपुर की कुल 590 में से 94 सीटें खाली रह गई हैं।

प्रदेश में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों का दौर वापस लौट आया है। ऐसा इसलिए क्योंकि कंप्यूटर साइंस, आईटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ साथ मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, टेलीकम्युनिकेशन और माइनिंग जैसी ब्रांच में भी शानदार एडमिशन हुए हैं। प्रदेश की इंजीनियरिंग शिक्षा के लिए प्रदेश के छात्रों ने भिलाई के कॉलेजों को प्रथम पायदान पर रखा है। इसके बाद रायपुर रहा। इस तरह पिछले एक दशक से वीरानी झेल रही इंजीनियरिंग शिक्षा में एक बार फिर रौनक लौट आई है।

जिन विद्यार्थियों को काउंसलिंग के द्वितीय चरण में सीट अलॉट हो गई हैं, अब उन्हें 30 अगस्त से 3 सितंबर के बीच कॉलेज पहुंचकर एडमिशन लेना होगा। इसके बाद तकनीकी शिक्षा संचालनालय संस्था स्तर पर प्रवेश 9 सितंबर से शुरू कराएगा। पंजीयन के लिए 9 और 10 सितंबर यानी सिर्फ दो दिन मिलेंगे। जो विद्यार्थी संस्था स्तर की काउंसलिंग में शामिल होंगे, उनकी मेरिट सूची का प्रकाशन 12 सितंबर को होगा। इसके बाद इन विद्यार्थियों को प्रवेश के लिए सिर्फ एक दिन मिलेगा। 13 सितंबर को कॉलेज पहुंचकर एडमिशन पक्का करना होगा। वहीं अन्य विषयों के लिए यह तारीख 15 सितंबर तय की गई है। प्रदेश में 15 सितंबर के बाद तकनीकी पाठ्यक्रमों में प्रवेश पूरी तरह से थम जाएंगे। ऐसे में जो छात्र एडमिशन लेने से चूक जाएंगे उनको अब सीधे अगले साल ही मौका मिल पाएगा।

रूंगटा आर-1 इंजीनियरिंग कॉलेज के डायरेक्टर सोनल रूंगटा ने कहा कि, इंजीनियरिंग की काउंसलिंग में रूंगटा आर-1 इंजीनियरिंग कॉलेज की सभी सीटें फुल हो गई हैं। इसके साथ ही भिलाई के कॉलेजों ने ही इस साल प्रवेश में शानदार प्रदर्शन किया है। विद्यार्थियों को कॉलेज में मिलने वाली सुविधाओं और गुणवत्ता शिक्षा की वजह से यह मुमकिम हो पाया है।