शहीद उमेश के परिवार को ‘छत्तीसगढ़ के माटीपुत्र’ ग्रुप ने दी सहयोग राशि, चार साल से शहीदों के परिवार को मदद कर रहा फौजियों का ग्रुप

भिलाई। लद्दाख में मां भारती की रक्षा करते हुए ग्राम कोड़िया, दुर्ग के लाल उमेश कुमार साहू (19 माहार रेजिमेंट) बलिदान हो गए। शहीद उमेश कुमार साहू के घर में उनके पिता और पत्नी, बच्चे हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने अपने बड़े भाई और मां को भी खोया। सैनिकों के ग्रुप ‘छत्तीसगढ़ के माटीपुत्र’ ने शहीद उमेश के घर जाकर उनके परिवार को 65 हजार रुपग सहयोग राशि दी।

बता दें कि शहीद परिवार के लिए छत्तीसगढ़ के फौजी संजय कुमार साहू, हीरालाल सिंहा, रामनाथ राठौर, हीरालाल रजवाड़े, परमेश्वर क्रश, धर्मेंद्र राजपूत, खोगेन्द्र और अन्य फौजी ने मिलकर छत्तीसगढ़ के माटीपुत्र ने से ग्रुप 2021 में बनाया है। यह ग्रुप छत्तीसगढ़ के कोई भी सैनिक (आर्मी नेवी एयरफोर्स) के सेवारत जवान शहीद होता है तो उनके लिए यह ग्रुप सहायता राशि इकट्ठा करते हैं और फिर उनके दशगात्र के दिन ग्रुप के सदस्य जाकर इस राशि को दान सूची और पता के साथ शहीद परिवार को प्रदान करते हैं।

यह ग्रुप 2021 में शहीद प्रतीक आदित्य ग्राम केरा (शिविरीनारायण) के परिवार को 61923 रुपए का सहायता राशि प्रदान किया। 2022 में ग्राम भेड़नी बेमेतरा जिला के शहीद पोषण राम साहू के परिवार को 23 हज़ार कुछ रुपए का सहायता राशि प्रदान कर चुका है। ग्रुप के देवप्रकाश निर्मलकर ने बताया कि छत्तीसगढ़ के माटीपुत्र ग्रुप के ज्यादातर सदस्य कभी एक दूसरे को आमने सामने देखे नहीं और ना ही पहले से एक दूसरे को जानते हैं। हम सभी फौजी हैं और यही हमारा परिवार है। वे एक दूसरे को बिना जाने बिना देखे जो फौजी शहीद परिवार के घर का सबसे नज़दीक है उसके खाते में एक एक करके अपने स्वेच्छा अनुसार सहायता राशि डालते है और शहीद जवान के दशगात्र के दिन तक इकट्ठा करते हैं। फिर जो भी फौजी भाई सहायता राशि दिए हैं उनके नाम और पता की सूची सहित शहीद परिवार को प्रदान करते हैं।

उन्होंने बताया कि आज भी वे हर बार की भांति इस बार भी शहीद उमेश साहू के घर जाकर उनके दशगात्र में शामिल हुए और सिर्फ 4 दिन में 65000 रुपए सहयोग राशि इकट्ठा कर प्रदान किया। इस दौरान सिपाही देवप्रकाश निर्मलकर, लांस नायक प्रकाश पटेल, नायक विलीन लहरे, सिपाही मिथलेश कुमार साहू, सिपाही अजय साहू उपस्थित रहे। छत्तीसगढ़ माटीपुत्र गुप ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि अर्पित की और ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में जगह दे।