भिलाई। भिलाई में आयोजित एक धार्मिक कथा में शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग सुनाया गया, जिसे सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। कथा व्यास ने शिव विवाह का विस्तृत वर्णन करते हुए बताया कि पर्वतराज हिमालय की घोर तपस्या के बाद माता जगदंबा के रूप में बेटी पार्वती का जन्म हुआ। महर्षि नारद के कहने पर पार्वती का विवाह भगवान भोलेनाथ से संपन्न हुआ।

उन्होंने आगे कहा कि नंदी पर सवार भोलेनाथ जब भूत-पिशाचों के साथ बारात लेकर पहुंचे, तो पर्वतराज और उनके परिजन अचंभित रह गए। लेकिन माता पार्वती ने खुशी-खुशी भोलेनाथ को अपने पति के रूप में स्वीकार किया। इस दौरान शिव-पार्वती विवाह की झांकी आकर्षण का केंद्र रही।

बारात पहुंचने पर बाराती, घराती और श्रद्धालु जमकर थिरके और आनंद लिया। कथा श्रवण करने वालों में यजमान दम्मू राम साहू, सोमत साहू, खिलावन साहू, समय लाल यादव, लॉरेंस गुप्ता, राजेश चौधरी और प्रीति गुप्ता सहित कई श्रद्धालु उपस्थित थे।
