पहलगाम आतंकी हमला : नवविवाहितों की अधूरी प्रेम कहानी, हाथों से मेहंदी का रंग भी नहीं उतरा था, शवों के पास बैठकर बिलखती रही पत्नियां

जम्मू-कश्मीर। पहलगाम में मंगलवार को दोपहर करीब 2:45 बजे एक दर्दनाक आतंकी हमला हुआ, जिसमें 27 लोगों की जान चली गई और 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना बैसरन घाटी में हुई, जहां लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। हमले के बाद आतंकी मौके से फरार हो गए। इस हमले से हनीमून मनाने आए कई नवविवाहितों की प्रेम कहानी अधूरी रह गई।

विदेशी और स्थानीय आतंकियों की मिलीभगत

इंटेलिजेंस एजेंसियों के मुताबिक, इस हमले में चार आतंकी शामिल थे – जिनमें से दो विदेशी थे और दो स्थानीय। वहीं दूसरी ओर, उरी सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को भारतीय सेना ने मुठभेड़ में मार गिराया।

शुभम द्विवेदी की पत्नी के सामने हुई हत्या

उत्तर प्रदेश के कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी भी इस हमले में मारे गए। वह अपनी पत्नी के साथ हनीमून मनाने पहलगाम आए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतंकियों ने हमले से पहले पर्यटकों से उनका नाम पूछा और कलमा पढ़ने को कहा। जैसे ही शुभम ने अपना नाम बताया, आतंकियों ने उनके सिर में गोली मार दी। यह घटना उनकी पत्नी के सामने हुई, जो अभी भी सदमे में हैं, जिनकी 2 महीने पहले ही शादी हुई थी|

देशभर से पर्यटक बने हमले का निशाना

मारे गए लोगों में उत्तर प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के पर्यटक शामिल हैं। इसके अलावा नेपाल और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के एक-एक नागरिक की भी जान गई है। दो स्थानीय लोग भी इस हमले का शिकार बने।

सेना को भी समझा गया आतंकी

हमले के तुरंत बाद जब भारतीय सेना के जवान बैसरन घाटी में पहुंचे, तो वहां मौजूद पर्यटकों ने उन्हें भी आतंकी समझ लिया। इसका कारण यह था कि हमले में शामिल आतंकी भी सेना जैसी वर्दी पहने हुए थे। डर के मारे महिलाएं और बच्चे रोते हुए हाथ जोड़कर जान की भीख मांगने लगे। बाद में जवानों ने खुद को भारतीय सेना का बताते हुए पर्यटकों को आश्वासन दिया और सुरक्षा का भरोसा दिलाया। इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया है।

विनय नरवाल और उनकी पत्नी की अधूरी कहानी

इस हमले में हरियाणा के विनय नरवाल की भी जान चली गई। वह हाल ही में (एक हफ्ते पहले ) शादी के बंधन में बंधे थे और अपनी पत्नी के साथ हनीमून मनाने कश्मीर आए थे। रिसेप्शन के बाद दोनों ने पहलगाम घूमने का प्लान बनाया था, लेकिन किसे पता था कि यह यात्रा उनकी प्रेम कहानी का अंतिम अध्याय बन जाएगी। हमले के बाद विनय का शव घाटी में पड़ा था और पास ही उनकी पत्नी पथराई आंखों से बैठी रही, मानो यह समझ नहीं पा रही थीं कि आखिर उनका कसूर क्या था।