दुर्ग। जिले के शराब दुकानों में ओवररेटिंग और मिलावटी शराब बेचने का मामला सामने आने से आबकारी विभाग में हड़कंप मच गया है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आबकारी सचिव और आबकारी आयुक्त ने जिला आबकारी अधिकारी सीआर साहू को जमकर फटकार लगाई और नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
आबकारी आयुक्त ने साफ तौर पर कहा कि ये गंभीर लापरवाही है और इसका जिम्मेदार स्थानीय आबकारी अधिकारी है। प्रभारी सहायक आयुक्त दुर्ग को भी नोटिस भेजकर जवाब तलब किया गया है।

दरअसल मंगलवार को संभागीय उड़नदस्ता प्रभारी नवीन तोमर के नेतृत्व में एक साथ कई शराब दुकानों में छापेमारी की गई। इस दौरान दुकान में तय दर से अधिक पैसे वसूलना, मनमाने ब्रांड की बिक्री और कमीशन पर आधारित बिक्री जैसे कई गंभीर मामले सामने आए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि भिलाई सिविक सेंटर की देशी शराब दुकान में शराब में मिलावट पाई गई। जांच के दौरान मेडऑफ प्रीमियम माल्ट व्हिस्की की बोतलों के ढक्कन ढीले पाए गए और शराब लीक करती मिली। हाईड्रोमीटर जांच में तेजी 40up के करीब मिली, जिससे मिलावट की पुष्टि हुई।
स्टाफ पर दर्ज हुआ आपराधिक प्रकरण
मिलावट की पुष्टि होते ही टीम ने सिविक सेंटर दुकान के स्टाफ के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया। यह मामला अब प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन चुका है।
ओवर रेटिंग का भी मामला उजागर
शिकायत के बाद एक व्यक्ति को ग्राहक बनाकर सिविक सेंटर भेजा गया। उसने प्लेन पाव की 12 शीशियां खरीदीं, जिनकी कीमत 960 रुपये थी, लेकिन उससे 1020 रुपये वसूले गए। इस पर ओवर रेटिंग का प्रकरण दर्ज किया गया।
अनियमितताओं की लंबी फेहरिस्त
➡️ दुकान में कैश मिलान करने पर 10,890 रुपये का अंतर पाया गया।
➡️ फ्रीज़र में सिर्फ वही ब्रांड रखे गए जिन्हें प्रमोट किया जा रहा था।
➡️ ग्राहकों के मांगने पर भी प्रीमियम ब्रांड नहीं दिए जा रहे थे।
➡️ बिक्री के हिसाब से स्टॉक नहीं मिला और अधिकांश ब्रांड नदारद थे।
➡️ अन्य दुकानों से बार-बार स्टॉक ट्रांसफर कर दुकान चलाई जा रही थी।
➡️ 10 दिन में 3 बार स्टॉक ट्रांसफर किया गया।
➡️ सिर्फ एक कंपनी के डिस्प्ले लगाए गए, बाकी हटवा दिए गए।
छत्तीसगढ़ शासन को भेजी गई रिपोर्ट
प्रभारी नवीन तोमर ने पूरी जांच रिपोर्ट राज्य शासन को भेज दी है। आबकारी सचिव ने कलेक्टर दुर्ग अभिजीत सिंह को भी इस विषय पर ध्यान देने और सुधार के निर्देश दिए हैं।