पार्षद भगत ने रिसाली निगम आयुक्त को सौंपा ज्ञापन, बोले – सफाई कर्मचारियों के साथ हो रहा अत्याचार, ठेकेदार कर रहे उनके अधिकारों का हनन

रिसाली। नगर पालिक निगम रिसाली के पार्षद धर्मेंद्र भगत वार्ड 23 प्रगति नगर ने आयुक्त महोदय को ज्ञापन दिया और साफ सफाई व्यवस्था में कार्यरत श्रमिकों के साथ हो रहे अत्याचार व उनके अधिकारों का हनन ठेकेदार के द्वारा किया जा रहा है। उसकी जानकारी से अवगत कराया और पार्षद धर्मेन्द्र भगत ने बताया कि निगम द्वारा ठेकेदार को पूर्ण भुगतान किया जा रहा है। परन्तु ठेकेदार द्वारा स्वीकृत कलेक्टर दर पर तय अकुशल कर्मचारियों के वेतन में भी कटौती कर के भुगतान किया जा रहा है।

कर्मचारियों का उचित रूप से इपीएफ की राशि व ईएसआईसी की राशि जमा नही की जा रही जिसके संबंधित दस्तावेज भी पार्षद के द्वारा आयुक्त महोदय को दिया गया है।

कर्मचारी इस बात को लेकर हमेशा मांग कर रहे थे मगर उनकी कोई सुनवाई नही हो रही है, साथ ही जो कर्मचारी ठेकेदार से अपने हक़ की बात करता है तो उसे काम से निकालने की धमकी दी जाती है और निकाल भी दिया जाता है। जिससे श्रमिक डर जाते है और लगातार शोषण का शिकार हो रहे।

जानकारी मिली है कि विगत 2 वर्षों से EPF व ESIC की राशि नियमित रूप से जमा नही की गई है और जो श्रमिक हमारे निगम क्षेत्र को साफ रखते है और कोरोना काल मे भी सफाई को संभाले हुए थे जिससे हम अपने घरों में सुरक्षित थे परन्तु आज उनकी टोह लेने वाला कोई नही है ठेकेदार दोनों हाथों से गरीबो का हक़ मार रहा है। मगर उनकी सुध लेने वाले अधिकारी भी मौज मे है।

आज के बरसाती समय पर ठेकेदार के द्वारा कर्मचारियों को न रेनकोट दिया गया है और न ही जमबूट। जिसकी व्यवस्था की पुर्ण जिम्मेदारी ठेकेदार की है। मगर वो श्रमिकों का हक मार के अपनी जेब भरने में ज्यादा व्यस्त है। पार्षद ने आयुक्त से मांग की है कि जब तक सभी कामगारों का वेतन, EPF व ESIC का उचित भुगतान जमा कर उससे संबंधित दस्तावेज कार्यलय में जमा नहीं करता है।

तब तक ठेकेदार के समस्त भुगतान को रोककर उसकी विगत दो वर्षों की उचित जांच की जाए। जिससे कामगारों को उनका हक मिलने में किसी भी प्रकार की कठनाई न हो।