भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट में सेफ्टी को लेकर फिर से सवाल खड़े हो रहे हैं। आज फिर एक हादसे में कर्मचारी की जान चली गई। आज ठेका श्रमिक युवा इंजीनियर की मौत हो गई। मृतक का नाम रोशन कुमार है। गेट पास के मुताबिक, रोशन बीएसपी के इंस्ट्रूमेंटेशन (ऑपरेशन) विभाग में कार्यरत था। वह टेक्नोकेयर इंजीनियर के रूप में पोस्टेड था। आज सुबह फर्स्ट शिफ्ट में ड्यूटी थी। अपने कार्यस्थल एसपी-3 के पास सुबह तकरीबन 22 फीट हाइट से गिरने से मौत हो गई। मौत के बाद सेफ्टी को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। पहले से ही बीएसपी प्रबंधन घेरे में रहा है। अब इस हादसे ने प्रबंधन के दावों की पोल-पट्टी खोलकर सामने रख दी है।
जानकारी के मुताबिक, उतई के पास खोपली में रोशन का घर है। घर में माता-पिता, दो बड़े भाई और भाभी व भतीजे हैं। घर में सबसे छोटा था। सीआईएमटी सिरसाकला से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। पढ़ाई में होनहार था। दो-तीन साल से बीएसपी में बतौर ठेका श्रमिक कार्यरत था। उनके परिजनों की माने तो शव को मर्च्यूरी में रखा गया है।
ठेकेदार ने मुआवजा के नाम पर सिर्फ 25 हजार देने की बात कही है। जिसे लेने से परिजनों ने इनकार कर दिया है। परिजन चाहते हैं घर के किसी अन्य सदस्य को नौकरी में रखा जाए। वहीं मुआवजा दिया जाए। बीएसपी (सेल) ठेका कर्मचारी यूनियन (HMS)के महासचिव लखविंदर सिंह ने कहा कि, रोशन कुमार की मौत ने कई सवालों को जन्म दिया है। गेट पास में जो डिपार्टमेंट लिखा है, वहां फर्स्ट शिफ्ट में वर्किंग ही नहीं है। ऐसे में ठेकेदार ने गलत डिपार्टमेंट का गेट पास बनवाकर दूसरा काम ले रहा था। अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि इसकी मॉनीटरिंग करें। सेफ्टी नियमों का उल्लंघन हुआ है। इस मामले में जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो। वहीं उनके परिजनों को मुआवजा व नौकरी दिया जाए। आपको बता दें कि इस मामले में भट्टी पुलिस ने मर्ग कायम किया है। इसकी जांच जारी है।