अरुण साव का अधिवक्ता से उपमुख्यमंत्री तक का सफर: साहू समाज में रखते है मजबूत पकड़… सांसद रहते लोकसभा में छत्तीसगढ़ की समस्याओं को प्रमुखता से उठाते रहे हैं साव

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार को दो नए उप मुख्यमंत्री मिल गए है। पहले अरुण साव और दूसरे विजय शर्मा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और साहू समाज के मजबूत नेता अरब साव की बात की जाए तो उन्होंने अपनी करियर की शुरुआत अधिवक्ता के रूप में की थी। आपको बता दें, आज साइंस कालेज ग्राउंड में लोरमी विधानसभा से विधायक अरुण साव ने उप मुख्यमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। अरुण साव लगभग 33 साल से सार्वजनिक जीवन में सक्रिय हैं। उन्होंने वकालत और राजनीति में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया है। ज अरुण साव ने छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। प्रधानमंत्री रेंद्र मोदी की उपस्थिति में डिप्टी सीएम की शपथ ली। रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में विशाल जनसमूह के बीच राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।

सिविल न्यायालय मुंगेली से शुरू की थी वकालत
साव का पैतृक गांव लोहड़िया है और उन्होंने बीकाम एसएनजी कालेज मुंगेली से तथा एलएलबी कौशलेंद्र राव विधि महाविद्यालय बिसालपुर से किया है। राजनीतिक जीवन में निरंतर पहचान बनाने के साथ ही साव वकालत में भी सक्रिय रहे। उन्होंने 1996 में सिविल न्यायालय मुंगेली से वकालत आरंभ की। इसके पश्चात उन्होंने छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर में वकालत आरंभ की। इसके पश्चात वे छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में उप शासकीय अधिवक्ता, शाकीय अधिवक्ता एवं उप महाधिवक्ता जैसे पदों में रहे। सत्रहवीं लोकसभा में उन्होंने बिलासपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और लोकसभा सदस्य बने।

पहली बार बने विधायक
लोकसभा में सांसद के रूप में अपने दायित्व का निर्वाह करते हुए उन्होंने अनेक मौकों पर सदन में बिलासपुर जिले की समस्याओं तथा छत्तीसगढ़ की समस्याओं एवं जरूरतों को सदन में रखा। इस बार उन्होंने लोरमी से चुनाव लड़ा और जीते। इस प्रकार वे पहली बार विधायक बने। साव साहू समाज से आते है। वे कृषक परिवार से है। उनका जन्म स्वर्गीय अभयराम साव के परिवार में हुआ। वें साहू समाज में विभिन्न पदों पर काम कर चुके है। साव सार्वजनिक जीवन के अनेक क्षेत्रों में सक्रिय रहें है और निरन्तर अपने अनुभवों से सार्वजनिक जीवन में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाते रहें है। शपथ ग्रहण समारोह मंच पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राज्यसभा सांसद जगत प्रकाश नड्डा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विशेष रूप से उपस्थित थे। साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित इस ऐतिहासिक शपथ ग्रहण समारोह के साक्षी हजारों लोग बनें।