भिलाई. छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में 10 जून को हिंसक प्रदर्शन और कलेक्टोरेट में आगजनी के मामले में पुलिस की लगातार कार्रवाई जारी है. शुक्रवार को इस घटना में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, इनमें दुर्ग जिले के दो युवा शामिल हैं. बता दें कि प्रदर्शन, आगजनी की घटना में कुल 18 करोड़ रुपए की शासकीय एवं निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा था. घटना में शामिल आरोपियों की तलाश जारी है. अब तक 176 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.

शुक्रवार को गिरफ्तार आरोपियों में बलौदाबाजार निवासी नितेश उर्फ निक्कू टंडन शामिल है, जिसे न्यायालयीन प्रक्रिया के तहत गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा 2 अन्य आरोपियों में ग्राम लिमतरा निवासी दुष्यंत टंडन उर्फ बिट्टू एवं खुर्सीपार भिलाई निवासी संतोष भारती को भी गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों को विधिवत न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करते हुए जेल भेजने की प्रक्रिया की जा रही है.

जानिए पूरा मामला
बता दें, 15 और 16 मई की दरमियानी रात कुछ असामाजिक तत्वों ने गिरौधपुरी धाम में सतनामी समाज के धार्मिक स्थल के पूज्य जैतखाम में तोड़फोड़ की थी. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस की इस कार्रवाई से समाज के लोग असंतुष्ट थे और न्यायिक जांच की मांग कर रहे थे. इस बीच गृहमंत्री विजय शर्मा ने न्यायिक जांच की घोषणा की. वहीं 10 जून को जैतखाम में तोड़फोड़ के विरोध में हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास एकत्र हुए और जमकर हंगामा किया. जहां प्रदर्शन हिंसक हो गया. इसके बाद उपद्रवियों ने तांडव मचाते हुए कलेक्टर और एसपी कार्यालय को आग के हवाले कर दिया. समाज के इस प्रदर्शन में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव भी शामिल हुए थे. इस मामले में अब तक 176 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. मामले में पुलिस की कार्रवाई अभी जारी है.