- ओडिसा के CM नवीन पटनायक ने 4-4 लाख मुआवजे का किया ऐलान
- सुबह से चल रहा रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन
रायगढ़,झारसुगुड़ा। छत्तीसगढ़-ओडिशा के सीमा में बड़ा नाव हादसा हुआ है। झारसुगुड़ा जिले के शरधा गांव के पास रंगाली थाना क्षेत्र के महानदी में नाव पलटने से 7 लोगों की मौत हो गई है वहीं एक की तलाश जारी है। घटना के बाद 8 लोग लापता थे। आज सुबह NDRF, ODRF की टीम ने लापता हुए लोगों के 7 शव को बाहर निकाला है। मिली जानकारी के अनुसार नाव में करीबन 55-58 लोग सवार थे। जिसमें 45 लोग केवल छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के खरसिया थाना क्षेत्र केअंजोरिपाली गांव से दर्शन करने पहुंचे हुए थे। नाव में सवार सभी लोग पत्थरसेनी माता के दर्शन कर वापस लौट रहे थे। इसी दौरान अचानक नाव पानी में डुबने लगी। जिससे अफरा-तरफा मच गई। अधिकतर लोग तैरकर बाहर आ गए। कुछ लोगों को स्थानीय ग्रामीणों ने सहायता कर बचाया। लेकिन 8 लोग लापता हो गए।

ओडिसा के CM नवीन पटनायक ने 4-4 लाख मुआवजे का किया ऐलान
फिलहाल मौके पर ओडिशा शासन-प्रशासन के आला अधिकारी झारसुगुड़ा के कलेक्टर एसपी के साथ वही छत्तीसगढ़ के रायगढ़ कलेक्टर एसपी और जिला पंचायत सीईओ भी मौके पर पहुंचकर जांच में जुटे हुए हैं। NDRF-SDRF की टीम और ODRF की टीम लगातार लापता लोगों की तलाश कर रही थी। अंधेरा होने के कारण लापता लोगों को देर रात ढुंढने में परेशानी हुए जिसके बाद आज सुबह गुम हुए लोगों के शव बरामद किए गए है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।

सुबह से चल रहा रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन
महानदी में शनिवार सुबह से ही रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, राधिका निषाद नाम की महिला का शव कल ही बरामद हो गया था। गोताखोरों के साथ भुवनेश्वर से पहुंचे स्कूबा डाइवर्स की टीम खोजबीन में लगी हुई है। इस बीच सुबह करीब 8.20 बजे 7 साल के पीकू राठिया, निवासी अंजोरीपाली, ब्लॉक खरसिया का शव बरामद किया गया है। इसके बाद गोताखोरों ने दो शव और निकाले। जिनमें एक महिला राधिका राठिया और एक बच्चे नवीन राठिया का भी शव मिला है। इसके अलावा लक्ष्मी राठिया, कुणाल राठिया, तेरसबाई राठिया के शव भी मिल गए हैं। रेस्क्यू टीम ने नदी से अब तक 7 शव बरामद कर लिए हैं। वहीं, 1 लापता घसनीन की तलाशी के लिए सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है। वहीं, सुरक्षित बचे 50 ग्रामीणों को बस से उनके गांव रवाना किया गया है।


