राजनांदगाव में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही: नवजात शिशु की मृत्यु और महिला के इलाज में नजरअंदाजी, अब कभी मां नहीं… सख्त कार्रवाई की मांग उठी, सर्व यादव समाज ने उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

गर्भाशय क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण अब कभी मां नहीं बन पाएगी महिला

राजनांदगाव। छत्तीसगढ़ की संस्कारधानी राजनांदगाव में एक अस्पताल के डॉक्टरों के ऊपर लापरवाही का आरोप लग रहा है। मंगलवार को जिला सर्व यादव समाज ने डॉ. कुमुद मोहबे मेमोरियल अस्पताल के खिलाफ कलेक्टर जन चौपाल में शिकायत की है। समाज के पदाधिकारियों ने इस अस्पताल के डॉक्टरों पर महिला के इलाज में मनमानी एवं लापरवाही करने का गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की है। मंगलवार को बड़ी संख्या में समाज के पदाधिकारी शिकायत करने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे।

उन्होंने बताया कि हॉस्पिटल में लेखा यदु को प्रसव के लिए 24 नवंबर 2022 को भर्ती कराया गया था। स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. सुरभि मोहबे की अनुपस्थिति में रात करीब 11 से 12 बजे के मध्य लेखा यदु का डॉ. सुरभि मोहबे के छोटे भाई सौरभ मोहबे द्वारा लापरवाही पूर्वक प्रसव कराया गया। जिससे लेखा यदु का गर्भाशय क्षतिग्रस्त हो जाने के साथ ही नवजात शिशु की मृत्यु हो गई। लेखा यदु का गर्भाशय ऑपरेशन कर निकालना पड़ा। डॉ.सौरभ मोहबे द्वारा की गई लापरवाही के कारण लेखा यदु के पेट में टॉक्सिन विकसित हो रहे हैं तथा गर्भाशय के रिक्त स्थान में कैंसर विद्यमान होने की आशंका बनती जा रही है।

समाज ने सात दिनों के भीतर दोनों डॉक्टरों पर कार्रवाई कर हॉस्पिटल को बंद करने की मांग की है। कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है। शिकायत ज्ञापन सौंपने के दौरान लेखा यदु, पति अतुल यादव, जिला सर्व यादव समाज के महेश यादव, ठेठवार समाज के अध्यक्ष उपेन्द्र यादव, रितेश यादव, मनोहर यादव, शिवानंद मेघराज यादव, जितेन्द्र यादव, खिलावन यादव, जितु यादव, नरसिंग यादव, किशुन यदु सहित अन्य लोग मौजूद रहें।