BSP यूनियन चुनाव: अगर BMS चुनाव जीती तो टाउनशिप की बिजली होगी हॉफ…चुनाव के लिए BMS ने जारी किया घोषणापत्र, BSP की जमीन पर बने निजी स्कूलों में कर्मियों के बच्चों की फीस होगी आधी

भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र में यूनियन मान्यता के चुनाव को लेकर पत्रकारवार्ता में बीएमएस का दावा है कि इस बार यूनियन सबसे अधिक मत लेकर मान्यता प्राप्त करेगी। 2019 में हुए मान्यता चुनाव में भिलाई इस्पात मजदूर संघ बीएमएस एक मजबूत ताकतवर यूनियन के रूप में उभर कर आई पर नंबरों के अंक में पिछड़ गए और एक ऐसी यूनियन मान्यता में आई जिसने वादे तो बड़े किए थे पर उन वादों पर कितनी खरी नहीं उतर पाई ऐसा बीएमएस का मानना है।

चुनाव जीतने के बाद कर्मचारियों के प्रति उस यूनियन की उदासीनता प्रबंध परस्ती एवं उनके केंद्रीय नेतृत्व की हठधर्मिता के कारण अधूरा वेज रिवीजन युवा कर्मियों का अन्य संयंत्रों में ट्रांसफर ग्रेच्युटी सीलिंग एरियर्स का ‘बकाया के अलावा स्थानीय समस्याओं पर पूरी तरह कर्मियों को निराशा हाथ लगी।
बीएमएस के कार्यकारी अध्यक्ष चिन्ना केशवलू ने बताया कि नुकसान की गिनती देखा जाए तो हर कर्मचारी का लाखों रुपए का नुकसान हो चुका है। फिर भी वह यूनियन अपने झूठे वादों के सहारे फिर से इस चुनाव में बीच में आएगी। ऐसे लोगों से सावधान रहकर आपको मतदान करने की हिदायत दी गई।

चिन्ना ने बताया कि, भारतीय मजदूर संघ 2015 में एनजेसीएस में शामिल हुई। लगातार कर्मचारी हित में संघर्षरत है। लोगों ने वेज रिवीजन के दौरान हुई मीटिंग में देखा और सुना। भारतीय मजदूर संघ अपने बातों पर हमेशा अटल रहती है। आज श्रमिक हितों को राष्ट्रीय अथवा स्थानीय स्तर पर सुलझाने के लिए और मजबूती की आवश्यकता है जिसके लिए इस चुनाव में भारी बहुमत से मान्यता में आने का दावा भारतीय मजदूर संघ ने किया है।

संयंत्र में बदलाव की बयार की बात करते हुऐ मील का पत्थर साबित होने की बात भारतीय मजदूर संघ द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस में की गई। वहीं बीएमएस के पदाधिकारियों ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार की एक ही विचारधारा होने के कारण मुद्दों पर सहमति बनने की पूरी संभावना रहेगी अगर बीएमएस मान्यता में आती है तो प्राथमिकता के आधार पर सरकार पर दबाव बनाकर कई बिंदुओं पर काम करेंगे।

पत्रकारवार्ता में भिलाई इस्पात मजदूर संघ के अध्यक्ष आईपी मिश्रा, कार्यकारी अध्यक्ष चन्ना केशवलू, महामंत्री रवि सिंह ने कहा कि इस बार हमारे साथ युवाओं की टीम है। भिलाई इस्पात मजदूर संघ के प्रति कर्मचारियों का विश्वास बढ़ा है। अन्य यूनियनों ने कर्मियों के साथ विश्वासघात किया। पिछले बार जो वादे किए थे, उन वादों को पूरा नहीं किया। वेज रिवीजन का समझौता संतोषजनक नहीं रहा। ग्रेजुएटी सीलिंग के कारण लाखों रुपए कर्मचारियों का नुकसान हो रहा है। कर्मचारियों के पद नाम बदल दिए गए युवा कर्मचारियों का स्थानांतरण पर अन्य यूनियन ने मौन साध लिया।

भिलाई इस्पात संयंत्र मे भिलाई इस्पात मजदूर संघ यूनियन सबसे अधिक मान्यता लेकर मत प्राप्त करेगी। 2019 के मान्यता चुनाव में भी बीएमएस ने सभी कर्मचारियों के सहयोग से एक मजबूत ताकतवर यूनियन के रूप में उभर कर आई भले ही हम नंबरों हम पिछड़ गये हो मगर एक ऐसी युनियन मान्यता में आई जिसने वादे तो बड़े किए पर उन वादों को कितनी खरी उतरी है।

आप सभी लोग जानते हैं चुनाव जीतने के बाद कर्मचारियों के प्रति उसी यूनियन की हठधर्मिता प्रबंध परस्ती एवं केंद्रीय नेतृत्व की हठधर्मिता के कारण अधूरे वेज रीजन युवा कर्मचारियों के अन्य संयंत्र में ट्रांसफर ग्रेजुएटी सीलिंग एरियस का बकाया के अलावा स्थानीय समस्याओं पर पूरी तरह कर्मियों को निराशा हाथ लगी। नुकसान की गिनती करें तो हर कर्मचारी को लाखों रुपए का नुकसान हो चुका है। फिर भी वह यूनियन अपने झूठे वादे कर फिर हमारे बीच में आएगी।

ऐसे लोगों से सावधान रहकर मतदान करना है। भारतीय मजदूर संघ सन 2015 में एनजेसीएस में शामिल हुई और लगातार कर्मचारियों हित में संघर्षरत है यह हमारे लोगों के वेज रिवीजन के दौरान हुई मीटिंग में देखा सुना होगा भारतीय मजदूर संघ अपनी बातों पर हमेशा अटल रहती है। श्रमिक हितों में राष्ट्रीय अथवा स्थानीय स्तर पर सुलझाने के लिए हमें और मजबूती की आवश्यकता है जिसके लिए चुनाव में भारी बहुमत से मान्यता में आना है। यह सब आम कर्मचारियों के सहयोग से ही संभव हो पाएगा। इस बार पूरे संयंत्र में बदलाव की बयार है हमारा एक वोट मान्यता में लाने के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

चिन्ना ने कहा कि, हमारी और केंद्र सरकार एक ही विचारधारा होने के कारण मुद्दों पर सहमति बनने की पूरी संभावना रहेगी अगर बीएमएस मान्यता में आती है तो प्राथमिकता के आधार पर सरकार पर दबाव बनाकर कार्य किया जाएगा। अन्य संयंत्र में ट्रांसफर हुए कर्मचारी की वापसी और उनकी सजा को खत्म करना डिप्लोमा इंजीनियर को जूनियर इंजीनियर तथा नॉनटेक्निकल को सम्मानजनक पद नाम दिलाना

2014 से युवा कर्मचारियों को ग्रेजुएटी सीलिंग होने के कारण उन्हें 9 परसेंट पेंशन फंड का भुगतान करवाना, 39 महीने का एरियस पर्क्स सहित तथा पर्क्स की बकाया राशि का भुगतान करना, अधूरे वेतन समझौते को पूर्ण कराना, पे स्केल ओपन एंडेड हो जिसमे सभी कर्मचारी को तीन परसेंट इंक्रीमेंट मिलता रहे। ग्रेजुएटी सीलिंग ऐच्छिक करवाना तथा 2007 से अब तक के पेंशन फंड को अधिकारियों की तरह 9 परसेंट दिलवाना।

पूर्व की तरह आईटीआई को S3 और डिप्लोमा इंजीनियर को S6 में भर्ती करवाना ट्रेडिंग पीरियड से ही प्रशिक्षु अधिकारियों की तरह प्रशिक्षित कर्मचारियों को भी बेसिक डीए पक्स सहित दिलवाना। S11 कर्मचारियों को 3 वर्ष पूर्ण होने पर एक इंक्रीमेंट तथा 5 वर्ष पूर्ण होने पर ही E1 ग्रेड का बेसिक दिलवाना E0 भर्ती में 50% लिखित परीक्षा से तथा 50% विभागीय सीनियरिटी से भरा जाए एक कंपनी एक रूल के तहत छुट्टियां लागू करवाया जाए।

रात्रि पाला भत्ता अन्य महारत्न कंपनियों की तरह करवाना

एचआरए पक्स में अधिकारियों को मिली 50% छूट को कर्मचारियों को भी दिलवाना

कर्मचारियों को भी फर्नीचर एडवांस दिलवाना

युवा कर्मचारियों को डिग्रेशन में हुए नुकसान को फास्ट ट्रैक पॉलिसी लाकर कैरियर ग्रोथ को सुनिश्चित करना

बिना सीएसपीडीसीएल को दिए बीएसपी के द्वारा सभी कर्मचारियों को 400 यूनिट तक बिजली बिल हाफ करवाना

विसंगति युक्त नहीं प्रमोशन पालिसी को रद्द करवाकर सम्मानजनक पदनाम पालिसी लाना

सभी कर्मियों को बीएसपी सिम तथा हैंडसेट के लिए 15000 दिलवाना है

शवदाह हेतु स्वर्ग रथ या भिलाई में दाह संस्कार हेतु 10000 तथा भिलाई के बाहर 25000 की राशि दिलवाना

संयंत्र में किसी भी प्रकार की भर्ती में कर्मचारियों के बच्चों को प्राथमिकता दिलाना

सभी सेवानिवृत्त कर्मचारी को 650 वर्ग फीट तक आवास लाइसेंस पद्धति पर उपलब्ध कराना था जमा राशि पर ब्याज दिलाना 50 लाख तक ग्रुप इंश्योरेंस की प्रबंधन द्वारा दिलाना

संयंत्र के भीतर तथा सेक्टर हॉस्पिटल में स्वच्छ खानपान हेतु सब्सिडी रेट पर कॉफी हाउस खुलवाना टाउनशिप में स्वच्छ पानी के पीने के लिए उपलब्ध सुनिश्चित कराना

प्राथमिकता के आधार पर बरसात के पहले टार फेंलटिंग करवाना क्वार्टर के पीछे की सफाई तथा सीमेंट करण करवाना

अधिकारियों के लिए उपलब्ध खाली मकानों को वरिष्ठता के आधार पर कर्मियों को अलाट करवाना

भिलाई के निवास में अधिकारियों को कम दर पर कमरे मिलते हैं उसी प्रकार कर्मचारियों के लिए भी कमरे कम दर पर पर उपलब्ध कराना

अधिकारियों के लिए भिलाई क्लब की तरह कर्मचारियों के लिए भी 4 क्लब सर्व सुविधा युक्त बनवाना जॉइनिंग करने वाले कर्मियों को प्रबंधन द्वारा स्टेशन से लाने तथा 15 दिन तक उनके ठहरने की व्यवस्था करवाना

महिला कर्मियों के लिए हर विभाग में रेस्ट रूम टॉयलेट तथा उनके छोटे बच्चे के लिए झूला घर निर्माण करना हॉस्पिटल में स्पेशलिस्ट डॉक्टर पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती करवाना

अस्पताल कर्मियों को 80% इंसेंटिव व 10% रिस्क एलांउस दिलाना रेफरल मरीजों को सरलीकरण करवाना

फायर ब्रिगेड कर्मियों को रिक्स अलाउंस दिलाना

दुर्घटना को रोकने के लिए हर विभाग में सेफ्टी कमेटियों का गठन कर हर 15 दिन में उनकी समीक्षा करना कर्मचारियों के लिए प्रत्येक तथा रिटायरमेंट कर्मचारियों के लिए प्रत्येक सेक्टर में सियान सदन तथा कर्मचारियों के लिए सर्व सुविधा युक्त मंगल भवन बनवाना बीएसपी जमीन पर बने प्राइवेट स्कूल में कर्मचारियों के बच्चों को आधे फीस में उनका एडमिशन सुनिश्चित करवाना

अधिकारियों के पत्नियों के लिए बने भिलाई महिला समाज की तरह कर्मचारियों के लिए भी महिला समाज समूह का गठन करना कम ब्याज पर लोन की बहाली करवाना इन घोषणाओं पर चुनाव जीतने के बाद बीएमएस के पदाधिकारियों ने शीघ्र से शीघ्र पूर्ण कराने का आश्वासन दिया