बीएसपी प्रबंधन बंद करे कोरोना डेथ के नाम पर वसूली : बीएसपी वर्क्स यूनियन वर्किंग कमेटी की बैठक में उठी आवाज, रेडियो फ्रिक्‍वेंसी आईडेंटिफिकेशन डिवाइस मशीन का विरोध करने लिया फैसला

भिलाई। कोरोना संक्रमण से सैकड़ों कर्मचारियों ने जान गंवाई है। बीएसपी वर्कर्स यूनियन वर्किंग कमेटी की बैठक में पदाधिकारियोंका कहना है कि आश्रितों की मदद के लिए कार्मिकों के वेतन में से 450 रुपए हर माह काटा जा रहा है। अब तक कर्मचारियों से 10 करोड़ रुपए की कटौती की जा चुकी है। यह कटौती कब तक जारी रहेगी।

आखिर इसमें कम्पनी का कंट्री व्युशन क्या है?सेवा ट्रस्ट द्वारा इसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए। इसमें सूचना के अधिकार अधिनियम-आरटीआई से विस्‍तृत जानकारी मंगाने पर जोर दिया गया। कर्मचारियों के खाते से हर माह होने वाली कटौती पर तत्‍काल रोक लगाने की जरूरत है।

बीएसपी वर्कर्स यूनियन की साप्‍ताहिक बैठक में वेतन कटौती का मुद्दा छाया रहा। उप महासचिव शिव बहादुर सिंह ने बताया कि कोविड-19 में डेथ के नाम पर भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों से प्रतिमाह 450 काटा जा रहा है, उसे तत्काल बंद कराया जाएगा। साथ ही आरटीआई के माध्यम से यह जानकारी ली जाएगी कि अब तक कितने पीड़ित परिवारों को इस मद के पैसे से कितना भुगतान किया गया। साप्ताहिक बैठक में कर्मचारियों से जुड़े कई मुद्दों पर प्रमुख रूप से चर्चा की गई।

भिलाई इस्पात संयंत्र के प्रवेश द्वारों पर कर्मचारियों के चेहरे को रीड करने वाली मशीन रेडियो फ्रिक्‍वेंसी आईडेंटिफिकेशन डिवाइस के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा। कर्मचारियों की कर्तव्‍य निष्‍ठा पर सवाल उठाया जा रहा है। कर्मचारियों की ईमानदारी की वजह से ही उत्‍पादन का ग्राफ लगातार तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसके बावजूद कर्मचारियों पर शक किया जा रहा है।कर्मचारियों के साथ इस तरह की हरकत उत्‍पादन पर असर डालेगा। संयंत्र के सभी गेट हमेशा से खुले रहे हैं। फिर भी उत्‍पादन का ग्राफ कम नहीं हो सका।

बीएसपी के उत्‍पादन के आंकड़े इस बात की गवाही भी दे रहे हैं। बैठक में पेमेंट स्लिप का भी मुद्दा उठा। पूर्व की तरह कर्मचारियों को पेमेंट स्लिप हर माह देने की मांग की गई। इसके लिए भी प्रबंधन से चर्चा की जाएगी। बैठक में अध्‍यक्ष उज्‍ज्‍वल दत्‍ता, डिलेश्‍वर राव, एस गिरीश, आलोक सिंह, सुरेश सिंह, सी नरसिंह राव, मनोज डडसेना, सतीश कुमार, के रामू, जितेंद्र देशलहरे, राम सुमेर राय, टी लक्ष्‍मण मूर्ति, पी मोहन राव, लक्ष्‍मी नारायण साहू, लोकेश प्रसाद व डीपी सिंह, इमन सिन्हा आदि शामिल थे।