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दुर्ग में पौधा तुंहर द्वार योजना: नेचर से है प्यार तो 6 जुलाई को घर में लगाइए एक पौधा…घर में लगाने पौधे चाहिए तो इन नंबरों पर करे कॉल…जिला प्रशासन ने जारी किया नंबर

दुर्ग में पौधा तुंहर द्वार योजना: नेचर से है प्यार तो 6 जुलाई को घर में लगाइए एक पौधा…घर में लगाने पौधे चाहिए तो इन नंबरों पर करे कॉल…जिला प्रशासन ने जारी किया नंबर

भिलाई। “वन हम वन ट्री” के दिन सभी के हाथों में धरती का श्रृंगार करने के लिए एक पौधा हो इसी उद्देश्य से वन विभाग दिनांक 1 जुलाई 2022 से पौधा तुंहर द्वार योजना अंतर्गत जिले वासियों को उनके घर के द्वार पर पौधा उपलब्ध कराएगा।अपने घर या घर के आस-पास हरियाली लाने के लिए यदि आप पौधों का रोपण करना चाहते हैं तो अनिता रजक (वनपाल ) मो. 9981213262 एवं साधना तिवारी ( वनरक्षक ) मो. 9340617375 पर संपर्क कर पौधा प्राप्त कर सकते हैं।

पौधारोपण और संरक्षण जन कल्याण का बड़ा माध्यम है। इससे खुद के साथ लोक कल्याण भी होता है। एक व्यक्ति द्वारा किए गए पौधारोपण का लाभ उसके और परिवार के साथ सभी लोगों को मिलता है। इसके लिए आवश्यक है कि सभी लोग पौधारोपण और संरक्षण के लिए सार्थक पहल करें।

कलेक्टर के रोपे पौधे हो रहे बड़े
दो साल पहले वन होम वन ट्री महा अभियान के अंतर्गत दुर्ग जिले के नागरिकों ने अपने घरों में हरियाली का एक सुंदर पौधा रोपा था। आज वो पौधे बड़े हो गये हैं और घरों की शोभा बढ़ाने वाले वृक्ष बन रहे हैं। कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज दो साल से पहले पदस्थ अधिकारियों से उनके द्वारा लगाये गये पौधों की स्थिति के बारे में जानकारी ली।

साथ ही अपने अनुभव भी साझा किये। कलेक्टर ने बताया कि वन होम वन ट्री महा अभियान के अंतर्गत उन्होंने दो साल पहले चंपा और चंदन का पौधा अपने बंगले में लगाया था। जिस समय चंदन का पौधा लगाया, वो चार फुट का छोटा सा पौधा था। अब वो 12 फुट का हो गया है। पौधे को वृक्ष बनते देखना बहुत सुखद लग रहा है। इसके बाद अधिकारियों ने भी अपने पौधों के बारे में जानकारी दी।

ग्रुप में फोटो शेयर किया तो अन्य अधिकारियों ने भी शेयर किये फोटोग्राफ- कलेक्टर ने अपने घर के चंदन का फोटो साझा किया। इसके बाद अभियान में पौधा लगाने वाले अन्य अधिकारियों ने भी अपने फोटोग्राफ साझा किये। डीपीओ विपिन जैन ने दो साल पहले लगाये गये नीम के पौधे की फोटो साझा की। अपने बेटे के साथ वे नीम का पौधा लगा रहे हैं।

आज ये पौधा कई गुना बढ़ चुका है। नगर निगम भिलाई आयुक्त प्रकाश सर्वे ने दोनों अभियानों में अपने द्वारा लगाये पौधों की फोटो साझा की। उपसंचालक उद्यानिकी सुरेश ठाकुर एवं नगर निवेश अधिकारी श्री विमल बड़गैया ने भी फोटो साझा की। बादाम के पौधे में लग चुका फल भी- उपसंचालक जनशक्ति नियोजन राजकुमार कुर्रे ने बताया कि उन्होंने दो साल पहले इस महा अभियान में अपने बेटे के साथ बादाम का पेड़ लगाया था। इसमें फल भी आ गया है। इसे देखकर बहुत सुखद अनुभूति होती है। उन्होंने बताया कि बादाम का पौधा हाइब्रिड पौधा था इसलिए उसमें तेजी से ग्रोथ हुई होगी।

अपनी हरियाली दूसरों से भी बांटिये, महा अभियान के दौरान लगाई गई पौधों की बढ़त की फोटो हमसे साझा कीजिए- दुर्ग के नागरिकों ने पिछले दोनों अभियानों में बड़ी संख्या में अपने घरों में पौधे लगाये हैं। दुर्ग डिस्ट्रिक्ट के ट्विटर पेज पर आप हमें टैग कर सकते हैं। फेसबुक में दुर्ग पीआरओ के पेज पर भी आप इसे टैग कर सकते हैं। पिछली फोटो शेयर करने और इस बार नये पौधे लगाने की अपनी इच्छा को हमसे जरूर साझा कीजिए। इसके लिए रुवदमीवउमवदमजतमम का हैशटेग जरूर लगाएं।

कल ही सीएम ने रोपे पौधे, शुरू की हाइटेक नर्सरी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कल ही पाटन के सिकोला में स्थित हाईटेक नर्सरी का लोकार्पण किया। 3 करोड़ 8 लाख रुपये की लागत से बनी इस नर्सरी में नेचुरल वेंटिलेटेड शेड नेट के चलते पौधे 5 गुना से 50 गुना तक वृद्धि दर्ज कर सकेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कदम्ब का पौधा लगाया। साथ ही स्वसहायता समूहों की महिलाओं से चर्चा भी की और इनके साथ फोटो ली। उन्होंने नर्सरी का अवलोकन भी किया। हाईटेक नर्सरी की विशेषता है कि यहां पर एग्जॉटिक पौधों का रोपण भी हो सकेगा।

वन विभाग के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि यहां ग्रीन हाउस फैन कूलिंग की सुविधा भी है। इससे एग्जॉटिक पौधों की रोपणी में भी मदद मिलेगी। एग्जॉटिक पौधों के आरंभिक रिवाइवल में काफी कठिनाई होती है। नर्सरी के वेंटिलेटेड नेट के चलते यहां के सुरक्षित वातावरण में एग्जॉटिक पौधों को प्रतिरोधक क्षमता मिल पाएगी। इसके साथ ही पाली हाउस में बीजों का अंकुरण भी कम समय पर होगा। अधिकारियों ने बताया कि पाली हाउस में बीजों का अंकुरण कम समय पर हो जाएगा।

तापमान और आर्द्रता के नियंत्रण के माध्यम से यह संभव हो पाएगा। इन पौधों पर कीट पतंगों का प्रकोप भी नहीं होगा। अक्सर कीट पतंगों के चलते पौधों की वृद्धि प्रभावित होती है और आरंभिक स्तर पर कीट पतंगों के नुकसान से पौधों को बचाना कठिन हो जाता है। ड्रिप के माध्यम से उर्वरकों का प्रयोग भी आसानी से हो पाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हाईटेक नर्सरी के माध्यम से बड़े पैमाने पर पौधे उगाए जा सकेंगे। इससे पौधरोपण के कार्य को बढ़ावा मिलेगा और तेजी से हरियाली प्रसार की दिशा में काम किया जा सकेगा। उल्लेखनीय है कि परिसर में बाउंड्री वॉल, फॉरेस्ट गार्ड क्वार्टर, एडमिन ब्लॉक, सपोर्ट बिल्डिंग सिंचाई व्यवस्था का निर्माण भी किया गया है। यहां 50 हजार पौधों की तैयारी आरंभ कर दी गई है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर यहां काम कर रही स्वसहायता समूह की महिलाओं के साथ फोटो भी खिंचाई और उनसे कहा कि पौधरोपण के कार्य को तेजी से बढ़ावा देना है। इस नर्सरी के माध्यम से क्षेत्र के किसानों को आसानी से पौधे प्राप्त हो पाएंगे और पाटन क्षेत्र में उद्यानिकी फसलों का उत्पादन तेजी से बढ़ेगा।

इस दौरान पर्यावरण एवं वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि पाटन क्षेत्र के निवासियों के लिए हाईटेक नर्सरी बेहतरीन सुविधा होगी। इसके चलते यहां फलोद्यानों के विकास में भी मदद मिलेगी। हाईटेक नर्सरी होने से एग्जॉटिक पौधों के बड़े मार्केट की संभावना भी पाटन क्षेत्र में तैयार होगी।

11 हजार पौधे लगाए जाएंगे
घरों को हरियाली से गुलजार करने का वन होम वन ट्री महा अभियान इस साल भी 6 जुलाई को आयोजित किया जाएगा। इस तरह जिले में मनाया जाने वाला हरियाली का यह सबसे बड़ा अभियान लगातार तीसरी बार आयोजित किया जाएगा। कलेक्टर डा. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज अधिकारियों से इस महाअभियान को सफल बनाने युद्धस्तर पर कार्य करने के निर्देश दिये।

कलेक्टर ने कहा कि अपने वातावरण को बेहतर करने के लिए सुंदर बनाने के लिए पौधरोपण बेहद जरूरी है। दुर्ग जिले के नागरिक इस मायने में बहुत उत्साही हैं और उन्होंने पिछले दो सालों से लगातार अपने घरों में पौधे रोपे हैं और उन्हें सहेजा है। जिन लोगों ने अपने घरों में पौधे लगाये हैं वे अब बड़े हो गये हैं।

नगरीय निकायों में और फारेस्ट की नर्सरी में उपलब्ध होंगे पौधे, घर पहुंच सेवा भी होगी उपलब्ध- कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि नगरीय निकायों के सभी जोन कार्यालयों में पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे जहां से लोग अपने लिए पौधे ले जा सकेंगे। इसके साथ ही फारेस्ट नर्सरी से भी लोग पौधे ले सकेंगे। इसके साथ ही वन विभाग द्वारा फोन करने पर भी पौधे उपलब्ध कराए जाने की सुविधा दी जाएगी।
फलदार पौधे अधिक संख्या में रखने के निर्देश- कलेक्टर ने कहा कि लोगों की रुचि फलदार पौधों में अधिक होती है। इसके लिए फलदार पौधे अधिक संख्या में तैयार रखें। उन्होंने कहा कि इसके लिए अगले एक हफ्ते में तैयारी कर लें। हार्टिकल्चर और फारेस्ट विभाग अगले एक हफ्ते में महा अभियान में लगने वाले पौधों की संख्या का आंकलन कर लें। विभागों से इसकी जानकारी मंगा लें तथा एनजीओ, औद्योगिक समूह आदि जो पौधा लगाना चाहते हैं उनकी भी जानकारी ले लें।


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