रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज समाप्त हो गया। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन कांग्रेस विधायकों ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर सदन में हंगामा खड़ा कर दिया। स्थगन प्रस्ताव अस्वीकार किए जाने से नाराज कांग्रेसी विधायक गर्भगृह में पहुंच गए। इसकी वजह से सभी विधायकों को सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया। सदन से बाहर निकले कांग्रेसी विधायक गांधी प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए।
आज सत्र के आखिरी दिन आदिवासी बच्चों की मौत का मामला उठा। वहीं ध्यानाकर्षण में दवा खरीदी में गड़बड़ी की गूंज सुनायी पड़ी। शीतसत्र के आखिरी दिन आश्रम और छात्रावासों में बच्चों की मौत को लेकर विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा। कवासी लखमा ने कहा कि छात्रावास में भूख से भी बच्चों की मौत हुई है।
विपक्ष के स्थगन पर आसंदी ने मंत्री से जवाब मांगा। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने सदन में वक्तव्य देते हुए बताया कि अपराध की घटनाओं को रोकने में सरकार गंभीर है। प्रदेश में हुई घटनाओं में कार्रवाई का ब्यौरा दिया। मंत्री के वक्तव्य के बाद स्थगन अग्राह्य कर दिया गया। स्थगन प्रस्ताव अग्राह्य होते ही गर्भगृह में विपक्षी सदस्य आ गये। विपक्षी विधायकों ने गर्भगृह में नारे लगाये। जिसकी वजह से वो स्वयंमेव निलंबित हो गये।