
दुर्ग। दुर्ग जिला में जल संरक्षण के लिये यूनिक पहल किया गया है। जिले के ग्राम सेलुद मे युवा एवं जन भागीदारी से सामुदायिक जल संचयन प्रणाली की स्थापना की गई है। यह प्रणाली एक दिन मे ढ़ाई लाख लीटर पानी को जमीन मे अवशोसीत करने मे सक्षम है। सामुदायिक जल संचयन प्रणाली का कांसेप्ट भिलाई के सन एण्ड सॉईल कंपनी ने किया।

इस परियोजना को नेहरु नगर भिलाई के प्रसिद्ध समाज सेवी संस्था संकल्प चेरिटेबल ट्रस्ट की चेयरपर्सन कनिका जैन ने पूर्ण आर्थिक सहयोग से पूरा किया गया। सन एंड सॉइल के फाउंडर आदित्य सराफ ने बताया यह छत्तीसगढ़ का प्रथम सामुदायिक जल संचयन प्रणाली है जिसका रिसर्च, प्लानिंग और डिजाईंन स्थानीय स्तर पर हुआ।

इस परियोजना का सबसे आकर्षक पहलू इसकी लागत है पम्परागत हार्वेस्टिंग सिस्टम के मुकाबले एक तिहाई लागत आती है। यह प्रणाली कम से कम 50 घरों के पानी को सेलुद मे ही रोकने मे समर्थ है और मेनटनेंस चार्ज शून्य है। 5 हजार आबादी वाले ग्राम के लिये सिर्फ चार सिस्टम पर्याप्त है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पाटन जनपद सी एम ओ योगेश्वर उपाध्यय ने इस मॉडल को सारे जनपद में लागू करने के लिए सहयोग की पेशकश किया।

कार्यक्रम में विशेष रूप से सेलुद् सरपंच नेमिन साहू, आत्मानंद स्कूल के प्राचार्य के पी शुक्ला, डॉ उज्वाला तमेर, शशि गुप्ता, रेखा अग्रवाल, संगीता वर्मा, रश्मि रमन, रश्मि लाखोतिया, डॉ सुनील साहू ,सचिव टोमेश्वर् उपस्थित थे।


