फिर आंदोलन की राह में अनियमित कर्मचारी…प्रदेश सरकार से चल रहे नाराज: 5 सूत्रीय मांगों को लेकर 30 को काली पट्टी लगाकर दफ्तरों में करेंगे काम

भिलाई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा अनियमित कर्मचारियों के लिए किसी प्रकार की कोई घोषणा नहीं किए जाने पर उनमें आक्रोश है और वे अपने आपको ठगा-सा महसूस कर रहे हैं। जबकि सरकार बनने के पूर्व कांग्रेसी उनके मंच पर आकर उनका समर्थन किए थे और सत्ता में आते ही उनकी मांगों को पूर्ण करने का आश्वासन दिया था। 73वें गणतंत्र दिवस पर मुख्यमंत्री पर अनियमित कर्मचारियों की निगाहें टिकी हुई थी, लेकिन अब मांग पूर्ण न होते देख वे आंदोलन करने के मूड में हैं। ये बातें अनियमित कर्मचारी संघ के पूर्व संयोजक और सदस्य कार्यसमिति गोपाल साहू ने कही।

गोपाल ने कहा, विदित हो कि छग के 48 प्रशासनिक विभाग के अंतर्गत 650 से अधिक शासकीय विभागों, निगम, आयोग, मंडलों व स्वायतशासी निकायों में लाखों अनियमित कर्मचारी व अधिकारी कई वर्षों से कार्यरत हैं और प्रदेश के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं। अनियमित कर्मचारी अपनी नियमितीकरण व पृथक किए कर्मचारियों के बहाली के लिए निरंतर संघर्षरत हैं। सीएम भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, वरिष्ठ कांग्रेसी व जनप्रतिनिधि उनके संघर्ष के दिनों में मंच पर आए और उनकी सरकार बनाने पर 10 दिवस में हमें नियमित करने का वादा किया था।

वादे के अनुरूप कांग्रेस के जन-घोषणा (वचन) पत्र ‘दूर दृष्टि, पक्का इरादा, कांग्रेस करेगी पूरा वादा’ के बिंदु क्र. 11 एवं 30 में अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण करने, छंटनी न करने तथा आउट सोर्सिंग बंद करने वादा किया 14 फरवरी, 2019 को अनियमित कर्मचारियों के मंच से पुनः इस वर्ष किसानों के लिए, आगामी वर्ष कर्मचारियों के लिए बात कही। अद्यतन 3 वर्ष से अधिक समय व्यतीत होने के उपरांत भी सरकार द्वारा नियमितीकरण की कार्यवाही नहीं की जा रही है।

इस सम्बन्ध में सीएम मुख्यमंत्री एवं आप से मिलने भी अनेक बार अनुरोध पत्र प्रेषित किया गया परन्तु मिलने समय नहीं दिया गया व उनके लिए किसी प्रकार की घोषणा नहीं की गई। सरकार के इस रवैया व दुर्व्यवहार से प्रदेश के लाखो अनियमित कर्मचारी/अधिकारी में रोष है। गोपाल प्रसाद साहू पूर्व संयोजक एवं सदस्य कार्यसमिति ने बताया कि मांगों पर राज्य सरकार का ध्यान आकृष्ट करने 30 जनवरी, 2022 से प्रदेश के लाखों अनियमित कर्मचारी काली पट्टी लगा कर कार्य करेंगे और आगामी समय में अनिश्चित कालीन आन्दोलन में जाऐंगे।