दुर्ग पुलिस ने फर्जी किन्नरों को किया गिरफ्तार: शहर में मचा रखा था आतंक, किन्नर का भेष बनाकर करते थे जबरन वसूली

दुर्ग। दुर्ग जिले से नकली किन्नरों की गिरफ्तारी का मामला सामने आया है। दुर्ग पुलिस ने ऐसी 5 महिलाओं को गिरफ्तार किया है जो किन्नर के भेष में घूमकर लोगों से जबरन पैसा करते थे। मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार इन महिलाओं ने पिछले कुछ महीनों से शहर में काफी आतंक मचाकर रखा था। किन्नर समुदाय के लोगों ने महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक से इसकी शिकायत की थी। इसके बाद पुलिस नकली किन्नरों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा।

किन्नर समाज अध्यक्ष जया बाई ने बताया कि नकली किन्नर बनकर महिलाएं उनकी कौम को बदनाम कर रही थीं। इसलिए वो लोग राज्य महिला आयोग की जनसुनवाई में गई थीं। वहां उन्होंने आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक से मामले की शिकायत की। उन्होंने उन्हें बताया कि गौरिया देवारिन महिलाओं के द्वारा शहर में नकली किन्नर बनकर लोगों के घर में जाकर जबरदस्ती पैसे मांगे जा रहे हैं। पैसे नहीं देने पर वो लोग उनके ऊपर मिर्ची पाउडर डाल देते हैं, उनके साथ मारपीट और लड़ाई झगड़ा करते हैं। इस शिकायत को महिला आयोग ने काफी गंभीरता से लिया। उन्होंने दुर्ग कोतवाली पुलिस को पत्र भेजा। इसके बाद दुर्ग कोतवाली पुलिस ने 5 नकली किन्नरों को पकड़ा।

असली किन्नरों ने पुलिस को बताया कि 5 नकली किन्नर जिला अस्पताल के पास लोगों से जबरन पैसा वसूली कर रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। तब तक असली किन्नरों ने उन्हें पकड़ लिया। इसके बाद उन्हें पुलिस के हवाले किया। पुलिस सभी को थाने लेकर आई और उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की गई।

सिटी कोतवाली के उपनिरीक्षक प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया कि आज उन्हें सूचना मिली थी कि असली किन्नरों ने कुछ नकली किन्नरों को पकड़ा है। पुलिस की टीम वहां पहुंची। पुलिस ने मोहनी गौरिया, सुमन गौरिया, जलकी गौरिया, सलुज गौरिया और करिश्मा गौरिया को गिरफ्तार किया। इसके बाद उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया।

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