- CM भूपेश अचानक गए दिल्ली दोपहरबाद एआईसीसी मुख्यालय में करेंगे प्रेसवार्ता को संबोधित
रायपुर। छत्तीसगढ़ में ED की कार्रवाई से प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है। जहां एक तरफ CM भूपेश बघेल के सलाहकार और 2 OSD के घर ED की रेड पढ़ती है तो भाजपा कांग्रेस सरकर पर हावी हो जाती है। वहीं कांग्रेस लगातार ED की कार्रवाई को भाजपा का षड्यंत्र बता रही है। इसी दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज दोपहर अचानक दिल्ली के लिए रवाना हो गए है। जहां वे कांग्रेस मुख्यालय (AICC) में दोपहर बाद एक प्रेसवार्ता को संबोधित करेंगे। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री बघेल ED के छापों को लेकर दिल्ली में मीडिया को जानाकरी देंगे। आपको बता दें कि एक दिन पहले ही ED ने मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, दो ओएसडी मनीष बंछोर और अशीष वर्मा के साथ ही एक करीबी कारोबारी विजय भाटिया के यहां छापा मारा था।

CM के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा ने की PC
CM बघेल के राजनीतिक सलाहकार और AICC के सदस्य विनोद वर्मा ने छापे के बाद मीडिया के सामने आकर विनोद वर्मा ने आरोप लगाया कि ED अब अफवाहों पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि मैं 1987 से पत्रकार हूं और कुछ साल पहले राजनेता बन गया। मेरे पास कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि ED कह रही है कि मैं 65 करोड़ रुपए की लॉन्ड्रिंग में शामिल हूं, जबकि मैंने अठन्नी भी लॉन्ड्रिंग नहीं की। उन्होंने उन पर की गई ED की छापेमारी का आधार एक मैगजीन में छपी मनोहर कहानी को बताया है। ऑनलाइन सट्टा ऐप के मामले में गिरफ्तार आरोपी चंद्र भूषण वर्मा से अपने संबंधों को सिरे से खारिज किया। साथ ही ED की कार्रवाई को डकैती बताया है।

ढाई साल पहले ASI चंद्रभूषण वर्मा से हुई थी मुलाकात: विनोद
विनोद वर्मा ने बताया कि, ढाई साल पहले उन्होंने गिरफ्तार आरोपी ASI चंद्रभूषण से भी मुलाकात की थी और उन्हें चेतावनी दी थी कि अगर उनके नाम का दुरुपयोग किया गया तो वे कार्रवाई करेंगे। वर्मा ने यह भी कहा कि उन्होंने इस ऐप के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए दिसंबर 2022 में दुर्ग पुलिस को लिखा था। वर्मा ने गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि वे इसके पीछे हैं और चुनाव से पहले कांग्रेस को बदनाम करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। अमित शाह जानते हैं कि छत्तीसगढ़ में चुनाव कौन जीतने वाला है। प्रधानमंत्री एक तानाशाह हैं और वह हर उस व्यक्ति पर बुलडोजर चला रहे हैं, जो उनके रास्ते में आता है या उनके खिलाफ बोलता है।


ED ने ऑनलाइन सट्टा हवाला मामले में ASI समेत 4 को किया अरेस्ट
ED ने बुधवार को दुबई से संचालित होने वाले और ऑनलाइन सट्टेबाजी से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया। अरेस्ट किए गए 4 लोगों में ASI चंद्रभूषण वर्मा भी शामिल है, जो ED के मुताबिक विनोद वर्मा से संबंधित है और संबंध रखते हुए, ASI चंद्रभूषण ने पुलिस के कुछ पुलिस अधिकारियों और छत्तीसगढ़ में सत्ता में बैठे नेताओं को 65 करोड़ रुपये की रिश्वत दी। ये भी आरोप है कि विनोद वर्मा के जरिए से ASI वर्मा के मुख्यमंत्री कार्यालय तक संपर्क थे।


छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन सट्टा कारोबारी से जुड़े लोगों को गिरफ्तार कर बुधवार को रायपुर जिला कोर्ट में पेश किया गया था। जहां कोर्ट ने ED को 6 दिन की रिमांड दे दी है। अगली सुनवाई 29 अगस्त को होगी। जिनमें ASI चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, कारोबारी अनिल दामानी और सुनील दामानी को आरोपी बनाया गया है। सभी आरोपियों को मंगलवार को पूछताछ के लिए ED ने हिरासत में लिया था। छत्तीसगढ़ में सट्टा ऐप से जुड़े मामले में ईडी ने बड़ा खुलासा किया। प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक एएसआई चंद्रभूषण वर्मा लाइजनर का काम कर रहा था। नेताओं को संरक्षण राशि भी दी जा रही थी। जांच में 65 करोड़ नगद मिले हैं। जिसे चंद्रभूषण ने रिसीव किया है। उसने बड़े पुलिस अफसरों और नेताओं को रिश्वत में बांटा है।

ED ने PMLA यानी प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत ASI चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, हवाला कारोबारी अनिल और सुनील दम्मानी को गिरफ्तार किया था। बुधवार को इन्हें कोर्ट में पेश कर 6 दिनों की रिमांड ED ने ली। मामले में पहली बार ED ने प्रेस रिलीज जारी कर इस ऑनलाइन सट्टे में कहानी सिलसिलेवार बताई। ED के मुताबिक इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस की ओर से दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी। इसके बाद विशाखापट्टनम पुलिस ने भी मामले में एफआईआर दर्ज की है और दूसरे राज्यों ने भी रिकॉर्ड लिया है।
पढ़िए ED की प्रेस रिलीज़ :-



इनपुट- दैनिक भास्कर डिजिटल