सरकार के एक साल पूरे होने के बाद भी एक भी मांग नहीं हुई पूरी, कर्मचारियों में भारी आक्रोश, बड़े आंदोलन की बनाई रणनीति

दुर्ग। छत्तीसगढ़ प्रदेश एन एच एम कर्मचारी संघ की बड़ी बैठक रविवार को गुरुघासीदास प्लाजा रायपुर में प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अमित मिरी की अध्यक्षता में आयोजित हुई, जिसमें 33 जिलों के एनएचएम स्वास्थ्य कर्मचारी जुटेंगे, विधानसभा शीतकालीन सत्र को देखते हुए रणनीति बनाई जा रही है।

दुर्ग जिला अध्यक्ष डॉ आलोक शर्मा ने बताया कि छ. ग प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संघ (NHM) अपने लंबित मांग नियमितीकरण, स्थायीकरण, घोषित 27%प्रतिशत वेतन वृद्धि सहित, ग्रेड पेय स्केल सहित 18 बिंदु मांग को लेकर पिछले विधानसभा सत्र के दौरान भारी भारिश में विधानसभा घेरने निकले थे साथ ही विभिन्न मंच के माध्यम से माननीय मुख्य मंत्री विष्णु देव सांय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, विजय शर्मा,सहित स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल जी को आवेदन देते आ रहे है, विगत दिनों श्याम बिहारी जायसवाल जी ने मीडिया के समक्ष एनएचएम कर्मचारियों को उनके लंबीत 27% प्रतिशत वेतन वृद्धि को तत्काल देने की बात बोलें थे, जो आज प्रयत्न तक इन कर्मचारियों को अप्राप्त है, जिससे कर्मियों में भारी आक्रोश हैं.

एनएचएम कर्मचारियों ने बताया कि उनके रेशलाइजेशन कमेटी वेतन विषंगति, ग्रेड पेय स्केल निर्धारण के लिए बिना समय निर्धारण का कमेटी तो बनाया जाता हैं लेकिन कमेटी सिर्फ कमेटी बनकर ही रह जाता हैं आज तक उसमें कोई निर्णय नहीं आता हैं जिससे कर्मियों का समस्याओं का निराकरण नहीं हो पता हैं.

ज्ञात हो की पूर्व सरकार ने संविदा कर्मियों के लिए नियमितीकरण की घोसणा किया था लेकिन नियमितीकरण नहीं होने के कारण उक्त कर्मचारियों ने 31 दिनों के तुता रायपुर में बड़ा आंदोलन भी किया गया था जिसमें भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में डॉ रमन सिंह, अरुण साव,विजय शर्मा, ओपी चौधरी, केदार कश्यप सहित प्रमुख नेता आंदोलन स्थल में पहुँचे हुए थे और भाजपा सरकार बनने पर 100 दिवस के अंदर एन एच एम संविदा कर्मियों के समस्त समस्याओं का निराकरण करने की बात बोला गया था जो आज भाजपा सरकार को बने एक वर्ष से ज्यादा समय हो गया हैं उनकी समस्या जस की तस बनी हुए हैं।

प्रदेश एन एच एम कर्मचारी संघ के पदाधिकारीयों ने बताया की 8 दिसम्बर को प्रदेश स्तरीय मीटिंग रायपुर में किया जा रहा हैं जिसमें 33 जिलों के 16000 से ज्यादा कर्मचारी बैठक कर आगे की रणनीति तय करेंगे. एन एच एम कर्मचारियों के आंदोलन में चले जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, इन्ही कर्मचारियों के भरोसे टीका हुवा हैं अस्पताल की जिम्मेदारी पुरे प्रदेश में आयुष्मान आरोग्य मंदिर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित जिला अस्पताल इन कर्मचारियों की संख्या पूरे प्रदेश में 16000 से ज्यादा है ओपीडी आईपीडी, संस्थागत प्रसव, आपातकालीन सेवा राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों का संचालन इत्यादि इन्ही कर्मचारियों के भरोसे संचालित किया जाता है,

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