भिलाई। डीएपी और यूरिया नही मिलने से नाराज किसानों ने आज जिले की सभी सहकारी समितियों में तालाबंदी की। किसानों का आरोप है कि निजी व्यवसायों को लाभ पहुंचाने के लिए भूपेश सरकार जानबूझकर सोसयटियों में खाद नही दे रही। वहीं दूसरी ओर व्यापारी डीएपी और यूरिया के ऊंचे दाम वसूल रहे हैं।
प्रदेश की कांग्रेस सरकार व्यापारियों से सांठ-गांठ करके खाद की कालाबाजारी करवा रही है और किसानों की जेब में डाका डाल रही है। वहीं दूसरी ओर मिट्टी मिले गोबर को वर्मी कम्पोस्ट बोलकर जबरन बेचा जा रहा है। साथ ही पूरे प्रदेश में अघोषित बिजली कटौती की जा रही है। किसानों का कहना है कि बिजली विभाग स्वयं भूपेश बघेल के पास है।
उन्हीं के इशारे पर बिजली कटौती की जा रही है जबकि बिजली बिल और अधिक बढ़ा दिया गया है। कुल मिलाकर प्रदेश सरकार किसानों को चारों तरफ से लूटने में लगी है। किसानों का कहना है कि सोसयटियों से डीएपी और यूरिया देना शुरू करें नही तो फिर तालाबंदी की जाएगी।
कुम्हारी सोसायटी में सरकार विरोधी प्रदर्शन का नेतृत्व भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष निश्चय वाजपेयी ने किया। तालाबंदी के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मिथलेश यादव, गीतेश्वर साहू, मनोज वर्मा, राम कुमार सोनी, पन्नालाल साहू, फिंगेश्वर साहू, दयालु वर्मा, अश्वनी देशलहरे, रेशम बंजारे गिरीश सोनी,
नारायण सोनकर, गोविन्द बघेल, प्रणव श्रीवास्तव, आशीष शुक्ला, सुजीत यादव, विकास सोनकर, विकास सोनी, रोहित यादव, गणेश सोनी, परदेशी साहू, पुनीत साहू, ओम प्रकाश साहू, सौरभ पाण्डेय, दीपक बैस सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
इसी तरह भिलाई-3 सोसायटी में भी तालाबंदी कर महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया। प्रदर्शन में प्रमुख रूप से पूर्व विधायक सांवला राम डाहरे, पूर्व महापौर चंद्रकांता मांडले पार्षदगण फिरोज फारुकी, तुलसी ध्रुव,
प्रेमलता चंद्राकर, संजय यादव, सुब्रत दासगुप्ता, मंडल अध्यक्ष दिलीप पटेल, जी रामारेड्डी, मुकेश अग्रवाल, डाॅ राधेश्याम वर्मा, रामखिलावन वर्मा, चंद्रिका यादव, किसान मोर्चा के श्याम सुंदर जायसवाल, दीपक यादव, कमलेश पांडेय, द्रौपदी वर्मा, इंदू साहू, कमलेश गोयल, राजेश यादव, हरीश साहू, उदयराम देवांगन सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।
जिले की कोहका सोसायटी में भी किसानों ने भाजपा किसान मोर्चा के नेतृत्व में तालाबंदी की और हल्ला बोला। भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र साहू के नेतृत्व में राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
इसमें प्रमुख रूप से शंकर लाल देवांगन, पुरषोत्तम देवांगन, अयोध्या देशलहरा, विजय जयसवाल, राजीव पांडेय, द्वारिका चंद्रवंशी, प्रदीप साहू, चंद्र किशोर साहू, राजेंद्र यादव, ओ पी रजक, अखिलेश वर्मा, कन्हाई साहनी, राजू साव, सरोज पुंजी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।