दुर्ग रेंज Cyber थाना में आया पहला मामला: Telegram ग्रुप में डेली टास्क देकर 30 लाख से अधिक का फ्रॉड… दुर्ग IG गर्ग ने ट्रांसफर किया केस, जाँच में जुटी पुलिस, SOP भी जारी

  • 5 लाख से अधिक के सायबर फ्रॉड को सायबर थाने में किया जाएगा ट्रांसफर
  • दुर्ग IG ने चार्ज लेते ही साइबर थाना एक्टिवटे करने का लिया था निर्णय

दुर्ग। दुर्ग रेंज पुलिस महानिरीक्षक राम गोपाल गर्ग के द्वारा सायबर थाना में पहला सायबर विवेचना प्रारंभ किया गया है। इस विवेचना के माध्यम से पुलिस विभाग ने ठगी और अन्य सायबर अपराधों के मामलों को सकारात्मक रूप से निपटने का निर्णय लिया है। पुलिस महानिरीक्षक ने हाल ही में दुर्ग रेंज का चार्ज संभालते हुए साइबर थाने को एक्टिवेट करने का निर्णय लिया था। जिसके तारतम्य में एस.ओ.पी जारी की गई थी। जिसके तहत 5 लाख से अधिक के सायबर फ्रॉड को सायबर थाने में विवेचना करने हेतु निर्णय लिया गया था।

पुलिस महानिरीक्षक ने 30 लाख से अधिक की सायबर ठगी के मामले को संज्ञान में लेते हुए सायबर थाने में विवेचना में लिया गया है। इस मामले में ठग टेलीग्राम के माध्यम से लोगों को धोखा देते थे एवं ऑनलाइन प्लेटफार्म में डेली टास्क देकर अधिक लाभ कमाने का लालच देकर ठगी करते थे। इस मामले मामले पर सायबर थाने में धारा 420 भा.द.वि.एवम सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2008 की धारा 66डी के तहत विवेचना प्रारंभ को गई है। सायबर थाना दुर्ग रेंज प्रभारी प्रशांत मिश्रा को इस केस की विवेचना हेतु बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज ने सार्वजनिक को सतर्क रहने का आह्वान किया है और किसी भी लालच के झांसे में न आए और संदिग्ध साइबर गतिविधि को तुरंत पुलिस को सूचित करने का आग्रह किया है।

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