भिलाई। जामुल थाना क्षेत्र में विवाहित महिला ने पहले मारपीट की शिकायत की, फिर मोहल्ले के तीन युवकों पर गैंगरेप का आरोप लगाया है. उन्होंने जामुल पुलिस पर मारपीट से संबंधित मामले में प्राथमिकी दर्ज करने और गैंगरेप के संबंध में कोई भी मामला दर्ज नहीं करने का आरोप लगाया है. पीड़िता ने कहा कि यदि पुलिस मेरे साथ न्याय नहीं की तो आत्महत्या करने के लिए विवश हो जाऊंगी. पुलिस ने दो पक्षों के बीच मारपीट मामले में दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. वहीं अब गैंगरेप के आरोप पर पुलिस उलझ गई है. उन्होंने मोहल्लेवालों का बयान लिया है, जिसमें लोगों ने गैंगरेप के आरोप को झूठा बताया है.
पीड़िता की रिपोर्ट पर जामुल पुलिस ने चंपा विश्वकर्मा, पिंकी, रजनी, रवि विश्वकर्मा के खिलाफ 115(2)-BNS, 296-BNS, 3(5)-BNS, 351(2)-BNS के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है. दूसरे पक्ष में पिंकी विश्वकर्मा उम्र 35 की रिपोर्ट पर महिला एवं उसके पुत्र के खिलाफ 115(2)-BNS, 296-BNS, 3(5)-BNS, 351(2)-BNS के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है.

इस मामले में जामुल थाना प्रभारी कपिल देव पांडे ने बताया कि 27 फरवरी की दोपहर को दोनों ही पक्षों के मध्य पुरानी रंजिशवश मारपीट हुई थी. दोनों ही पक्षों के खिलाफ अपराध भी दर्ज किया गया है. घटना के दिन महिला ने गैंगरेप का उल्लेख नहीं किया था. अस्पताल में जाने के बाद महिला ने गैंगरेप का आरोप लगाया है. इस महिला के खिलाफ पूरे मोहल्ले वालों ने आवेदन दिया है. बयान में लोगों ने रेप वाली बात को पूरी तरह से झूठ बताया. उन्होंने कहा कि यदि महिला के साथ रेप हुआ होता तो वो मारपीट की एफआईआर के समय ही सबसे पहले रेप की शिकायत दर्ज कराती, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया.
पीड़िता ने मीडिया कर्मियों को दिए गए बयान में कहा है कि मोहल्ले के तीन युवकों ने 27 फरवरी की दोपहर को फोन किया और उसे अपने घर पर बुलाया. इस दौरान मारपीट करते हुए हाथ पकड़ कर तीनों युवक घर के अंदर ले गए. आरोपी की मां एवं बहन भी घर पर उपस्थित थी. मुझे अंदर ले जाने पर आरोपियों की मां एवं बहन घर से बाहर निकल गई. इसके बाद तीनों युवकों ने दुष्कर्म किया. जामुल थाना प्रभारी को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया है. मारपीट की दोनों ही पक्षों की ओर से अपराध दर्ज किया गया, परंतु गैंगरेप से संबंधित कोई मामला जामुल पुलिस ने दर्ज नहीं किया है.
पीड़िता ने बताया, जामुल पुलिस ने मुलायजा कराने के नाम पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया है. पुलिस ने आश्वस्त किया था कि महिला पुलिसकर्मी की उपस्थिति में दुष्कर्म संबंधित मामला दर्ज किया जाएगा. घटना हुए आज तीसरा दिन हो चुका है, परंतु जामुल पुलिस ने दुष्कर्म के मामले में मेरी ओर से कोई सुनवाई नहीं की है, बल्कि दूसरे पक्ष को जामुल पुलिस द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है. पीड़िता ने कहा कि यदि पुलिस मेरे साथ न्याय नहीं की तो आत्महत्या करने के लिए विवश हो जाऊंगी.