- भिलाई के कैम्प क्षेत्र में दो दिन पहले नवविवाहिता ने लगाई फांसी
- मृतिका कंचन के परिजनों ने लगाया देहज प्रताड़ना का आरोप
- कंचन के ससुरालवालों ने आरोपों को बताया निराधार और गलत
- दो दिन बाद मृतिका कंचन का हुआ पोस्ट मोर्टेम, ससुराल वाले पहुंचे भिलाई
- पुलिस कर रही मामले की जाँच, PM रिपोर्ट के बाद खुलेगा राज

भिलाई। भिलाई में दो दिन पहले विवाहित युवती की लाश उसके ससुराल में मिली है। प्रथम दृष्टि से मामला खुदकुशी का लग रहा है। कैम्प क्षेत्र में दो दिन पहले 30 वर्षीय नवविहिता कंचन राव की लाश फांसी पर झूलते हुए मिली है। उसने अपने ससुराल में फांसी लगाकर आत्महत्या की है। मृतिका की मौत की सूचना मिलने पर दो दिन बाद परिजन UP से भिलाई पहुंचे। उनके ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मृतिका के परिजनों ने ससुराल वालों पर देहज प्रताड़ना और हत्या का संगीन आरोप लगाया है। परिजनों के अनुसार उनकी बेटी को पति, सास और देवर ने मारा इसके बाद उसे फांसी पर लटका दिया। वहीं ससुराल वालों ने सभी आरोपों को गलत ठहराया है। ये पूरा मामला छावनी थाना क्षेत्र का है, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। बॉडी का आज दो दिन बाद पोस्ट मोर्टेम हुआ है। पुलिस के मुताबिक पीएम रिपोर्ट से ही मौत के कारण का पता चलेगा। फ़िलहाल पुलिस परिजनों से पूछताछ कर रही है।


दहेज देने के बाद भी करते थे प्रताड़ना: कंचन का भाई
मृतिका कंचन के भाई ग्राम कुसौरा कटका, अम्बेडकर नगर, UP निवासी चंद्रजीत ने छावनी ठाणे में लिखित कंप्लेंट की है। जिसके अनुसार मृतिका कंचन ग्राम कुसौरा कटका, अम्बेडकर नगर, UP की रहने वाली थी। डेढ़ साल पहले 16 फरवरी 2022 को उसकी शादी कैम्प-1 भिलाई निवासी अमित राव पिता महेश राव (35 साल) के साथ हुई थी। शादी में 5.5 लाख रुपए नगद और सोने चांदी के जेवरात व अन्य दहेज दिया था। इसी बीच राखी का त्यौहार मनाने कंचन अपने मायके चली गई। 9 सितंबर 2022 को उसका जन्मदिन होने से वो 20-25 दिन मायके में रुकी। जन्मदिन मनाने के बाद उसके ससुर उसे लेकर जब भिलाई पहुंचे तो उसके बाद से ससुराल वाले दहेज के नाम पर उसे सताने लगे। आए दिन उसे मारा पीटा जाता। कंचन काफी परेशान हो चुकी थी। 28 अगस्त 2023 को ससुराल वालों ने कंचन के मायके में बताया कि उसने खुदकुशी कर ली है। कंप्लेंट में मारने-पीटने का ऑडियो-वीडियो का भी जिक्र है। मृतिका कंचन के भाई ने कंचन के ससुराल वालों पर कंचन की हत्या करने का आरोप लगाया है। उनके अनुसार, ससुराल वालों ने कंचन को पहले जान से मारा फिर उसे फंदे पर लटका दिया। अब मामला दहेज़ प्रताड़ना की वजह से सुसाइड का है या हत्या के जाँच का विषय है।


प्रेग्नेंट ननंद के लिए अनार से शुरू हुआ विवाद
वहीं कंचन की बहन शीला ने बताया कि, घटना के दिन 28 अगस्त को कंचन से उसकी आधे घंटे से अधिक समय तक बात हुई। कंचन काफी खुश थी। अचानक उसका फोन स्विच ऑफ हो गया। शीला ने सोचा कि फोन बंद हो गया होगा। इसके कुछ घंटे बाद ससुराल वालों ने फोन किया तो कंचन ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। मिली जानकारी के अनुसार, मृतिका कंचन के ससुराल में उसका पति अमित, देवर लक्की, ननंद पूजा, ससुर महेश राव और सास पारा राव रहते थे। मृतिका की ननंद पूजा प्रेग्नेंट है और मायके में होने से महेश राव (मृतिका कंचन का ससुर) उसे अनार लेकर आया था। सास ने अनार छीलकर बेटी को दिया तो ससुर ने अनार बहू कंचन को दे दिया। इसी बात पर पूजा ने कहा जबसे भाभी आई है पिता जी उसे ही चाहते हैं। इसे लेकर उनके बीच तीन दिनों से काफी विवाद हो रहा था।


ससुराल वालों का क्या कहना है ?
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कंचन के ससुराल वालों ने कंचन के मायके वालों के सभी आरोपों को गलत बताया है। कंचन के देवर अश्विन राव उर्फ लक्की का कहना है कि घटना के समय घर में दोपहर को सभी सो रहे थे। वो ड्यूटी गया है। शादी के बाद से ही कंचन देर तक सोती थी। उस दिन भी वो अपने कमरे में सोई हुई थी। खुदकुशी से पहले उसने अपने मायके में काफी देर तक बात की। वो कभी अपना रूम बंद नहीं करती थी, लेकिन उस दिन उसका कमरा बंद था। उसके बाद घरवालों ने आवाज लगाई। जब उसने दरवाजा नहीं खोला तो दरवाजा जबरदस्ती तोड़ा गया है। मोहल्ले के लोगों के सामने चाकू से रस्सी काटकर कंचन के शव को नीचे उतारकर अस्पताल ले जाया गया था। कंचन के ससुर महेश राव का कहना है कि वो गरीब घर की बेटी लाना चाहते थे। उन्होंने गरीब घर की बेटी को बहू बनाया। जितना दहेज देने की बात वो कह रहे हैं उतना देने की उनकी हैसियत भी नहीं है। उनके द्वारा कोई दहेज नहीं दिया गया न ही दहेज की कोई मांग की गई। सारे आरोप गलत लगाए जा रहे हैं।


