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बिलासपुर। पिछले दिनों स्कूली बच्चों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में स्कूली बच्चों से सोसायटी से साइकिल में चावल रखकर मंगाया गया था। जब बच्चों से पूछा गया, तो उनका कहना था कि ये चावल वो प्रधान पाठिका पुष्पा साहू के निर्देश पर ढो रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद स्कूल की प्रभारी प्रधान पाठिका को निलंबित कर दिया गया हैं। मामले में मस्तूरी बीईओ ने जांच कर प्रतिवेदन जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपा था। जिसके बाद निलंबन की कार्यवाही की गई है।
पूरा मामला बिलासपुर के कोटा विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाली सोन का है। स्कूली बच्चों के चावल ढोने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो डीईओ ने मामले में जांच के आदेश दिये। मस्तूरी बीईओ ने पूरे प्रकरण की जांच की और अपनी रिपोर्ट डीईओ को सौंपी, जिसके बाद डीईओ ने महिला प्रधान पाठिका को सस्पेंड कर दिया है।
प्रधान पाठिका निलंबन अवधि में शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक स्कूल पचपेढ़ी में अटैच रहेगी।मुआपको बता दें कि इस मामले में स्कूल की प्रधान पाठक पुष्पा साहू ने पहले आरोपों को खारिज कर दिया था। उनका कहना था कि वो कभी भी बच्चों से चावल लाने के लिए नहीं कहतीं, बल्कि वो खुद प्यून को लेकर चावल लेने जाती हैं। कुछ स्टाफ जानबूझकर इस तरह के वीडियो बनाकर वायरल कर रहे हैं, ताकि उन्हें स्कूल से हटा दिया जाए। बीते 15 अगस्त को पंचायत स्तर पर एक बैठक हुई थी, जिसमें एक शिक्षिका ने खुद प्राचार्य पद नहीं संभालने का प्रस्ताव रखा था।
लेकिन बीईओ ने कह दिया कि वरिष्ठ के रहते हुए कनिष्ठ को प्राचार्य नहीं बना सकते। इसके बाद से तरह-तरह के आरोप लगाते हुए वीडियो बनाए जा रहे हैं।इस मामले में बिलासपुर के जिला शिक्षा अधिकारी टी आर साहू का कहना है, कि मस्तूरी के प्राथमिक शाला सोन से पहले भी इस तरह की शिकायत आई थी. जिसकी बीईओ से जांच कराते हुए हेडमास्टर को नोटिस जारी किया गया था। अब जांच के बाद कार्रवाई की गयी है।